कोरबा। अक्सर खुद के और अपने परिजनों के बीमार रहने पर ग्रामीण को शक था की उसकी भाभी जादू-टोना करती है और टोनही है। अंधविश्वास से जकड़े देवर ने इसी शक पर अपनी वृद्धा भाभी को पानी में डुबाकर मार डाला। उसे पानी में डूबा कर इस कदर प्रताड़ित किया कि वृद्धा का गर्भाशय बाहर निकल गया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल दाखिल करा दिया है। उसके पास से फरसा भी बरामद हुआ है।
धारा 302,201 भादवि तथा 4,5 टोनही प्रताड़ना निवारण अधिनियम व 25आर्म्स एक्ट के तहत दर्ज यह मामला कोरबा जिले के पाली थाना अंतर्गत चैतमा पुलिस सहायता केंद्र के ग्राम पंचायत पटपरा के डुग्गूपारा का है। यहां के रहने वाले चंद्रभवन पिता रायसिंह कंवर 41 वर्ष ने 12 मार्च को चैतमा चौकी पहुंचकर सूचना दी थी कि उसकी मां चंदकुंवर पति राय सिंह कंवर की लाश तालाब में मिली है और डूबने से उसकी मौत हो गई है। मृतका रोज बकरी चराने गरनिहामुड़ा तालाब की तरफ जाती थी और 11 मार्च को भी बकरी चराने गयी थी। वह रात्रि 7 बजे तक घर वापस नहीं आई तो उसे खोजने के लिए तालाब की तरफ गए तो उसकी लाश नजर आई। इस सूचना पर चैतमा पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी एएसआई सुरेश कुमार जोगी ने मर्ग कायम कर विवेचना में लिया। पंचनामा कार्रवाई बाद शव को तालाब से बाहर निकलवाया गया जो असामान्य परिस्थितियों में मिला। पुलिस अधीक्षक उदयकिरण को हालातों से अवगत कराते हुए उनके तथा अन्य अधिकारियों के मार्गदर्शन में प्रारंभिक जांच शुरू की गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया गया जिसकी रिपोर्ट मिलने उपरांत जांच में तेजी आई।
होली के दूसरे दिन था से मौके की तलाश में
विवेचना के दौरान लोगों से पूछताछ में यह बात पता चली कि होली के दूसरे दिन 9 मार्च को मृतका का देवर कैलाश सिंह पिता धन सिंह कंवर 45 साल फरसा लेकर भाभी को मारने के लिए खोज रहा था और ग्रामीणों से उसके बारे में पूछ रहा था। यह बात भी सामने आई कि करीब 1 साल पहले भी देवर कैलाश ने भाभी के साथ मारपीट की थी और जादू-टोना करने का शक करता है। तथ्यों को जोड़ते हुए पुलिस ने कैलाश को हिरासत में लिया और कड़ी पूछताछ की तो उसने अपराध कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि वह और उसके परिजन अक्सर बीमार रहा करते हैं। उसे इस बात का शक था कि भाभी जादू-टोना करती है। उसे जान से खत्म करने के लिए मौके की तलाश कर रहा था। 11 मार्च को वृद्ध भाभी 11 बजे सुबह अपने घर से बकरी चराने के लिए पास स्थित तालाब पर गयी थी।कैलाश ने मौका देखकर भाभी को जबरन तालाब के पानी में डुबाकर मार डाला। विवेचना के दौरान तकनीकी तौर पर यह भी पाया गया कि जिस तालाब में मृतका डूबी हुई थी उसमें पानी काफी कम गहरा था और इतनी गहराई में डूब कर मरना संभव नहीं। साथ ही मृतका का गर्भाशय भी बाहर निकल चुका था जिससे चिकित्सक ने यह बताया कि काफी दबावपूर्वक ऐसी परिस्थितियां निर्मित होती हैं। इन तकनीकी आधारों और ग्रामीणों से प्राप्त जानकारी के आधार पर आरोपी को शिकंजे में लिया गया। गिरफ्तार आरोपी के कब्जे से एक फरसा भी बरामद किया गया है जो अवैधानिक तौर पर उसके द्वारा रखा गया था। आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल दाखिल करा दिया गया है। इस पूरी कार्यवाही में थाना प्रभारी पाली निरीक्षक राजीव श्रीवास्तव, चैतमा पुलिस सहायता केंद्र प्रभारी सुरेश कुमार जोगी, प्रधान आरक्षक प्रकाश रजक, विनोद खलखो,आरक्षक रामशंकर भैना, प्रवचन कंवर, निरंजन कंवर की महत्वपूर्ण भूमिका रही।