छत्तीसगढ़ः सोनिया बोलीं- ‘मेरी राजनीतिक पारी का अंतिम पड़ाव हो सकती है कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा’

रायपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन का शनिवार को दूसरा दिन है। सोनिया गांधी ने कहा है कि ‘कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा मेरी राजनीतिक पारी का अंतिम पड़ाव हो सकती है।’

सोनिया गांधी ने कहा कि, दलितों अल्पसंख्यकों पर अत्याचार हो रहा है। हर संस्था का दुरुप्रयोग किया जा रहा है। संविधान के मूल्यों पर चोट की जा रही है।आगे और कठिन वक्त है। सोनिया गांधी ने कहा कि, राहुल गांधी ने मुश्किल यात्रा को पूरा किया। देश और कांग्रेस के लिए यह चुनौती का वक्त है।

राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि देश में नफरत का माहौल है। सरकार रेल, जेल, तेल सब कुछ अपने मित्रों को बेच रही है। दिल्ली सरकार में बैठे लोगों का DNA गरीब विरोधी है।

मल्लिकार्जुन खड़गे बोले- देशवाशियों को एक संकल्प लेना है। सेवा, संघर्ष और बलिदान…सबसे पहले हिंदुस्तान। 75 साल में आज देश सबसे कठिन चुनौतियों से जूझ रहा है।

नेताओं के स्वागत के लिए बिछाई गईं फूलों की पंखुड़ियां

कांग्रेस पार्टी के 85वें पूर्ण अधिवेशन के लिए रायपुर में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और अन्य कांग्रेस नेताओं के स्वागत के लिए सड़कों पर फूलों की पंखुड़ियां बिछाई गई।

राहुल आखिरी दिन, यानी रविवार को संबोधित करेंगे। उधर, खबर है कि पार्टी इस अधिवेशन में अपने संविधान को बदल सकती है। संगठन के पदाधिकारियों को दी गई शक्तियों के नियमों में बदलाव हो सकते हैं। इनमें ये 5 नियम अहम हैं।

  • मनमोहन सिंह, सोनिया गांधी और राहुल गांधी CWC के आजीवन सदस्य होंगे।
  • अब शराब नहीं पीने और सिर्फ खादी पहनने वालों को सदस्य बनाने का नियम भी बदलेगा।
  • कांग्रेस संविधान संशोधन कमेटी 16 संविधान और 32 नियमों में बदलाव का प्रस्ताव देगी।
  • लोकसभा-विधानसभा चुनाव में आधी सीटों पर 50 साल से कम उम्र वालों को टिकट मिलेगी।
  • कांग्रेस संगठन में मतदान केंद्र से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर सोशल ऑडिट होगा।
  • देशभर में आरक्षित लोकसभा सीटों पर चुनाव से पहले नई और युवा लीडरशिप तैयार की जाएगी।
अधिवेशन के मुख्य कार्यक्रमों की शुरुआत से पहले ध्वजारोहण किया गया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।

अधिवेशन के मुख्य कार्यक्रमों की शुरुआत से पहले ध्वजारोहण किया गया। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी मौजूद थीं।