छत्तीसगढ़ः नये सत्र में भी पुराने पाठ्यक्रम से होगी पढ़ाई, नए जिलों और सड़क सुरक्षा से जुड़े अध्याय होंगे शामिल

रायपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई भी पुराने पाठ्यक्रम के आधार पर होगी। सिर्फ छत्तीसगढ़ सरकार की तरफ से बनाए गए नए जिलों और सड़क सुरक्षा से जुड़े कुछ नए अध्यायों को किताबों में जोड़ा गया है। ज्यादातर सूचना देने वाली जानकारी है।

नई शिक्षा नीति (एनईपी) के अनुसार इस साल भी सीजी बोर्ड से जुड़ी किताबों में किसी भी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। बदलाव के तौर पर पहले छात्र राज्य में 28 जिले पढ़ते थे, अब 33 जिलों की जानकारी दी जाएगी। पिछले साल बने पांच नए जिलों के साथ किताबों में नया मानचित्र छापा जा रहा है। पहली से 10वीं तक की किताबों में सड़क सुरक्षा से जुड़े अध्याय जोड़े गए हैं। 

अधिकारियों ने बताया कि किताबों में पहले से ही सड़क सुरक्षा से जुड़े अध्याय पढ़ाये जाते थे, लेकिन उनमे कुछ संशोधन किया गया है। सीजी बोर्ड से जुड़े स्कूलों में नए सत्र की पढ़ाई गर्मियों की छुट्टी के बाद 16 जून से शुरू होंगे।इस बार नये सत्र की किताबों का वितरण अप्रैल के पहले हफ्ते से शुरू हो जाएगा।पाठ्य पुस्तक निगम में किताबों की छपाई शुरू हो गई है। नौवीं-10वीं की किताबें गर्मी की छुट्टी में स्कूलों में पहुंचा दी जाएंगी।

अगस्त तक बंटी थीं किताबें, पहली से 10वीं तक मिलती हैं निःशुल्क

पहली से 10वीं तक के छात्रों को शासन की तरफ से निःशुल्क किताबों का वितरण किया जाता है। चालू सत्र में किताबों का वितरण अगस्त महीने तक चला था, जिसके कारण छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। किताबों का वितरण अप्रैल-मई से शुरू हुआ था, लेकिन फिर भी स्कूलों में समय से किताबें नहीं पहुंच पाई थीं। 

बताया जा रहा है कि किताबों का प्रकाशन सही समय से नहीं हो पाने की वजह से देरी हुई थी, इस देरी से बचने के लिए पाठ्य पुस्तक निगम हर संभव कोशिश कर रहा है। पिछले साल विभिन्न विषयों की लगभग पौने तीन करोड़ किताबें छापी गई थीं। हालांकि इस बार नये इंग्लिश मीडियम स्कूल शुरू होने इस बार किताबों की संख्या थोड़ी बढ़ सकती है। 

बोर्ड परीक्षा के छात्रों को अभ्यास के लिए देंगे माडल प्रश्न-पत्र

संभाग के सभी जिलों के स्कूलों से बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों अभ्यास के लिए माडल प्रश्न-पत्र दिए जाएंगे। 10वीं और 12वीं के नतीजे बेहतर रहे इसलिए छात्रों को माडल प्रश्न-पत्र हल करवाएं जाएंगे। इससे छात्रों के बोर्ड परीक्षा में आने वाले प्रश्नों के बारे में पता चल सकेगा। 

संभागीय संयुक्त संचालक सभी जिलों के जिला शिक्षा अधिकारियों से कहा है कि कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों के लिए तैयार करवाए गए माडल प्रश्न-पत्र का अवलोकन जिले के विषय-विशेषज्ञों द्वारा करवाया गया है। विद्यार्थियों के अभ्यास के लिए माडल प्रश्न पत्र को जिला शिक्षा अधिकारी के कार्यालय में प्रेषित किया जा रहा है। इन माडल प्रश्न-पत्रों को विद्यालयों को उपलब्ध कराने के कहा गया है।