कोरबा। कोरबा जिले में एक युवक ने डैम में कूदकर खुदकुशी कर ली। मरने से पहले युवक ने अपने पिता के मोबाइल नंबर पर कॉल किया और मां को ‘आई लव यू’ बोला। इसके बाद जान दे दी। सूचना मिलने पर पुलिस ने गोतोखोरों की मदद से तीन दिन के बाद शव को बरामद किया। परिजनों ने पुलिस को बताया कि प्रतियोगी परीक्षा में असफलता के चलते युवक काफी निराशा और परेशान रहता था। फिलहाल पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मामला सिविल लाइन थाना क्षेत्र का है।
देवेंद्र का शव तलाश करते गोताखोर
घर से घूमने की बात कहकर निकला था
जानकारी के मुताबिक, नकटीखार निवासी गोविंद राठौर सीएसईबी के रिटायर्ड कर्मचारी हैं। उनका बेटा देवेंद्र (27) आईटीआई करने के बाद रायपुर में आगे की पढ़ाई कर रहा था। साथ ही प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों में भी जुटा था। इस दौरान उसे बार-बार प्रतियोगी परीक्षा में असफलता मिल रही थी। इससे वह काफी परेशान रहता था। बताया जा रहा है कि देवेंद्र सात फरवरी की शाम घूमने की बात कहकर बाइक से घर से निकला था। इसके बाद नहीं लौटा। परिजनों ने उसकी काफी तलाश की, पर कुछ पता नहीं चल सका।
मौके पर लगी लोगों की भीड़
देवेंद्र ने घर पर कॉल कर दी थी खुदकुशी की जानकारी
परेशान होकर परिजन पुलिस के पास पहुंचे और बेटे की गुमशुदगी दर्ज कराई। पूछताछ के दौरान परिजनों से पता चला कि लापता होने के दिन देवेंद्र ने शाम करीब 7.30 बजे अपने पिता के मोबाइल पर कॉल किया। स्पीकर ऑन कर मां से बात कराने को कहा। जब मां मोबाइल के पास पहुंची तो देवेंद्र ने उन्हें आत्महत्या करने की जानकारी दी। फिर आई लव यू कहते हुए कॉल काट दी। परिजनों से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने देवेंद्र की तलाश शुरू की और कॉल से लोकेशन ट्रेस कर डैम तक पहुंच गए।
बाइक से मिला पांच पेज का सुसाइड नोट
पुलिस ने गोताखोरों की मदद से डैम में देवेंद्र की तलाश शुरू की। घंटों की मशक्कत के बाद टीम ने डैम से देवेंद्र का शव शनिवार को बरामद कर लिया। उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस ने बताया कि देवेंद्र ने मरने से पहले पांच पेज का सुसाइड नोट भी लिखा था, जिसे बाइक की डिक्की से बरामद किया गया है। देवेंद्र ने चाबी अपनी जेब में रख ली थी और परिजनों से बाइक ले जाने को कहा था। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है। उसका कहना है कि अभी पूरी तरह से कारण स्पष्ट नहीं है।