नई दिल्ली। पीएम मोदी पर विवादित डॉक्यूमेंट्री बनाने वाली बीबीसी के सामने अब नई मुश्किलें खड़ी हो गईं हैं। बीबीसी ने अब एक ‘जिहादी दुल्हन’ पर डॉक्यूमेंट्री बनाई है। इसी को लेकर विवाद शुरू हो गया है। इस डॉक्यूमेंट्री का नाम ‘द शमीमा बेगम स्टोरी’ रखा गया है। इसको लेकर ब्रिटेन में बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। लोग बीबीसी के सब्सक्रिप्शन को रिन्यू नहीं कराने की बात कह रहे हैं।
पहले जानिए क्या है पूरा मामला?
दरअसल, 2015 में ब्रिटेन में रहने वाली शमीमा बेगम नाम की एक 15 साल की लड़की भाग कर सीरिया चली गई थी। यहां उसने इस्लामिक स्टेट (IS) जॉइन कर लिया था। यहां उसने IS के एक लड़ाके से निकाह कर लिया था। इसके बाद वह पूरी दुनिया उसे ‘जिहादी दुल्हन’ के नाम से जानने लगी थी।
शमीमा के माता-पिता बांग्लादेशी मूल हैं। IS में जाने के बाद 2019 में शमीमा बेगम से 2019 में राष्ट्रीय सुरक्षा के आधार पर यूके सरकार ने उसकी नागरिकता छीन ली थी। इसी बीच सीरिया में आईएस का खात्मा शुरू हो गया। अब 23 साल की हो चुकी शमीमा बेगम वापस यूके लौटना चाहती हैं लेकिन सरकार इसकी इजाजत नहीं दे रही है। उसके ब्रिटेन में लौटने को लेकर कोर्ट में एक मामला भी चल रहा है।
अब शमीमा के प्रति सहानुभूति दिखाते हुए बीबीसी ने एक 90 मिनट की डॉक्यूमेंट्री रिलीज की है। बताया जाता है कि बीबीसी ने अपनी डॉक्यूमेंट्री में दिखाया है कि शमीमा को अपने सीरिया जाने के फैसले पर दुख है। लोग इसी पर भड़के हुए हैं। ब्रिटेन के लोगों का कहना है कि एक आतंकवादी के समर्थन में इस तरह की डॉक्यूमेंट्री बनाकर बीबीसी हिंसा को बढ़ावा देना चाहती है।
लोगों ने किया बड़े पैमाने पर विरोध
बीबीसी की इस डॉक्यूमेंट्री पर बड़े पैमाने पर विरोध शुरू हो गया है। लोगों ने लंदन स्थित बीबीसी के दफ्तर पर भी धरना प्रदर्शन किया। अब लोग बोल रहे हैं कि वह बीबीसी का सब्सक्रिप्शन कैंसिल करवा लेंगे। ब्रिटेन के लोगों का कहना है कि बीबीसी ने एक साजिश के तहत इस तरह की डॉक्यूमेंट्री बनाई है। बीबीसी इसके जरिए आतंकवाद के ग्लैमर को बढ़ावा दे रही है। वह एक आतंकवादी को हीरो की तरह पेश कर रही है।
कौन है शमीमा बेगम?
शमीमा बेगम ब्रिटेन में रहती थी। 15 साल की उम्र में वह अपनी दो सहेलियों कदीजा सुल्ताना और अमीरा अबासे के साथ फरवरी 2015 में ब्रिटेन से भागकर सीरिया चली गई। यहां तीनों ने IS के लड़ाकों से शादी कर ली थी। तीन साल से भी अधिक समय तक शमीमा सीरिया में IS लड़ाकों के साथ ही रही। इसी दौरान वह जिहादी दुल्हन के नाम से भी मशहूर हो गई थी।