बुलावायो। वेस्टइंडीज और जिम्बाब्वे के बीच टेस्ट सीरीज के पहले मुकाबले में गैरी बैलेंस ने इतिहास रच दिया। उन्होंने जिम्बाब्वे के लिए पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए नाबाद 137 रन बनाए। इसके साथ ही वह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में दो देशों के लिए शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज बन गए। दक्षिण अफ्रीका के केप्लर वेसेल्स पहले बल्लेबाज थे, जिन्होंने दो देशों के लिए शतक लगाया था। गैरी बैलेंस जिम्बाब्वे के साथ जुड़ने से पहले इंग्लैंड की टीम का हिस्सा थे। वह इंग्लैंड की विश्व कप टीम का भी हिस्सा रहे। उन्होंने इंग्लैंड के लिए चार शतकीय पारियां भी खेलीं। वहीं, केप्लर वेसेल्स ने ऑस्ट्रेलिया और दक्षिण अफ्रीका के लिए शतक लगाए थे।
बुलावायो में वेस्ट इंडीज और जिम्बाब्वे के बीच खेला जा रहा मुकाबला ड्रॉ पर खत्म होने की कगार पर है। इस मैच में वेस्टइंडीज ने पहली पारी में छह विकेट खोकर 447 रन बनाए थे। इसके जवाब में जिम्बाब्वे ने अपनी पहली पारी नौ विकेट पर 379 रन बनाकर घोषित की। वेस्टइंडीज ने दूसरी पारी में बिना कोई विकेट खोए 21 रन बना लिए हैं। मैच में सिर्फ एक दिन का खेल बचा है, जबकि दोनों टीमों की एक-एक पारी बाकी है।
बुलावायो की पिच से गेंदबाजों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही है। चार दिन का खेल होने के बाद इस मैच में कुल 15 विकेट गिरे हैं। ऐसे में एक दिन में किसी भी टीम के 10 विकेट गिरने की संभावना न के बराबर है और यह मैच ड्रॉ होने के बेहद करीब है।
बैलेंस ने जिम्बाब्वे के लिए पहले टेस्ट में जड़ा शतक
हरारे में जन्मे बैलेंस ने क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया। अपने देश लौटने से पहले पिछले दशक में उन्होंने इंग्लैंड के लिए चार शतक बनाए। उनसे पहले दक्षिण अफ्रीका में जन्मे केप्लर वेसेल्स ने भी अपने देश लौटने से पहले ऑस्ट्रेलिया के लिए चार शतक बनाए थे और 1990 के दशक में टेस्ट क्रिकेट में दोबारा शामिल होने पर अफ्रीका के लिए दो और शतक बनाए।
जिम्बाब्वे के लिए अपने पहले टेस्ट में ही बैलेंस ने टीम को हार से बचाया। 114 रन के स्कोर पर टीम के तीन विकेट गिर गए थे और फॉलोऑन से बचने के लिए इस टीम को कम से कम 248 रन की जरूरत थी। ऐसे में शानदार 135 रन बनाकर टीम को हार के खतरे से बचा लिया।