पेशावर। पाकिस्तान के पेशावर शहर में पुलिस लाइन्स में बनी मस्जिद के अंदर धमाका हुआ है। ये फिदायीन हमला बताया जा रहा है। लोकल मीडिया खैबर न्यूज के मुताबिक, अब तक 25 पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है। 120 लोगों के घायल होने की खबर है। इसमें से 90 की हालत गंभीर बताई जा रही है।
हमले के बाद पाकिस्तान आर्मी ने इलाके को घेर लिया है। इसके करीब ही आर्मी की एक यूनिट का ऑफिस भी है। पुलिस लाइन्स में मौजूद लोगों का कहना है कि ब्लास्ट काफी ताकतवर था और इसकी आवाज 2 किलोमीटर दूर तक सुनी गई। धमाके के बाद धूल और धुएं का गुबार देखा गया।
TTP ने जिम्मेदारी ली, मस्जिद में करीब 550 लोग मौजूद थे
जियो न्यूज के मुताबिक- तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने हमले की जिम्मेदारी ली है। एक चश्मदीद के मुताबिक- नमाज के वक्त मस्जिद में 500 से 550 के करीब लोग मौजूद थे। फिदायीन हमलावर बीच की एक लाइन में मौजूद था। यह साफ नहीं हो सका कि वो पुलिस लाइन्स में पहुंचा कैसे, क्योंकि यहां अंदर जाने के लिए गेट पास दिखाना होता है। मस्जिद ढह चुकी है और माना जा रहा है कि इसके मलबे में कई लोग दबे हैं।
इस इलाके में तहरीक-ए-तालिबान (TTP) पाकिस्तान का खासा दबदबा है और पिछले दिनों इसी संगठन ने यहां हमले की धमकी भी दी थी। घटना के बाद कुछ वीडियो सोशल मीडिया पर मौजूद हैं। इनमें घायलों को अस्पताल ले जाते देखा जा सकता है।
धमाके के बाद लोगों के बीच अफरा-तफरी मच गई। लोगों को मस्जिद के बाहर भागते देखा गया।
धमाके में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है।
ब्लड डोनेशन की अपील
सभी घायलों का इलाज पेशावर के लेडी हार्डिंग अस्पताल में चल रहा है। अस्पताल की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि आम लोग जितना हो सके, उतनी जल्दी ब्लड डोनेट करने अस्पताल पहुंचें। इस बीच मिलिट्री के डॉक्टरों का एक दल भी इस अस्पताल में पहुंच चुका है।
हेल्थ डिपार्टमेंट ने ये लेटर जारी कर लोगों से ब्लड डोनेट करने की अपील की है।
9 साल पहले हुआ था आर्मी स्कूल पर हमला
16 दिसंबर 2014 को पेशावर के आर्मी पब्लिक स्कूल पर आतंकी हमला हुआ था। इसमें 148 लोग मारे गए थे। इनमें 132 स्कूली बच्चे थे। आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
TTP के निशाने पर पाकिस्तान
पाकिस्तान में TTP के हमले लगातार तेज होते जा रहे हैं। इनकी जद में राजधानी इस्लामाबाद भी आ गई है। पिछले महीने इस्लामाबाद में एक फिदायीन हमला हुआ था। इसमें एक पुलिस अफसर मारा गया था और 6 लोग घायल हो गए थे। इसके बाद शाहबाज शरीफ ने कैबिनेट मीटिंग बुलाई थी। मीटिंग के बाद होम मिनिस्टर राणा सनाउल्लाह ने कहा था- पाकिस्तान अपनी हिफाजत के लिए किसी भी हद तक जा सकता है। अगर अफगानिस्तान की तालिबान हुकूमत ने TTP को नहीं रोका तो हम अफगानिस्तान में घुसकर इन आतंकियों को मारेंगे।
दिसंबर 2022 में तालिबान ने पाकिस्तान में दो बड़े हमले किए थे। 12 लोग मारे गए थे।
अफगानिस्तान-पाकिस्तान में जबरदस्त तनाव
TTP को लेकर अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव बेहद खतरनाक रूप लेता जा रहा है। दोनों देशों के बीच डूरंड लाइन पर तमाम एंट्री और एग्जिट पॉइंट बंद किए जा चुके हैं। हालात ये हैं कि दो महीनों में दोनों देशों के बीच फायरिंग में करीब 16 पाकिस्तानी सैनिक मारे जा चुके हैं।
पाकिस्तान सरकार हमलों के लिए TTP को जिम्मेदार बताती है। राणा सनाउल्लाह की धमकी का जवाब तालिबान के सीनियर लीडर और उप-प्रधानमंत्री अहमद यासिर ने सोशल मीडिया पर एक फोटो शेयर करके दिया था। पहले इस फोटो के बारे में जान लीजिए।
यह फोटो 1971 में भारत और पाकिस्तान की जंग की है। पाकिस्तानी सेना की करारी शिकस्त हुई थी। उसके 90 हजार से अधिक सैनिकों ने सरेंडर किया था। सरेंडर डॉक्यूमेंट पर पाकिस्तान की तरफ से लेफ्टिनेंट जनरल आमिर अब्दुल्लाह खान नियाजी ने दस्तखत किए थे। उनके ठीक बगल में मौजूद थे हमारी सेना के लेफ्टिनेंट जनरल जगजीत सिंह अरोड़ा। इसी सरेंडर के बाद बांग्लादेश एक अलग मुल्क बना था और पाकिस्तान के दो टुकड़े हो गए थे।
उप-प्रधानमंत्री अहमद यासिर ने इस फोटो के साथ उर्दू में एक कैप्शन शेयर किया। इसमें कहा- राणा सनाउल्लाह, जबरदस्त। भूलिए मत कि ये अफगानिस्तान है। ये वो अफगानिस्तान है जहां बड़ी-बड़ी ताकतों की कब्रगाहें बन गईं। हम पर फौजी हमले का ख्वाब मत देखिए, वरना अंजाम उतना ही शर्मनाक होगा जितना भारत के सामने आपका हुआ था।