रायगढ़ । केंद्रीय जेल से नवीन जिंदल को पत्र लिखकर पांच मिलियन ब्रिटिश पौंड की फिरौती मांगने का मामला सामने आया है। 48 घंटे के भीतर फिरौती की रकम का भुगतान नहीं करने पर उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी गई है। रायगढ़ के पतरापाली स्थित जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड के महाप्रबंधक की शिकायत पर रायगढ़ पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। मामला कोतरारोड थाना क्षेत्र का है।
जिंदल स्टील एण्ड पावर लिमिटेड के महाप्रबंधक सुधीर राय ने पुलिस को बताया कि बीते 18 जनवरी को डॉक के माध्यम से उन्हें एक लिफाफा मिला, जिसमें जिंदल स्टील एंड पावर लिमिटेड के नवीन जिंदल का नाम लिखा हुआ था। लिफाफा खोलकर देखने पर उसमें धमकी भरा पत्र मिला है। उसमें लिखा गाली देते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है और पांच मिलियन ब्रिटिश पौंड की फिरौती मांगी गई है। 48 घंटे के भीतर फिरौती की रकम नहीं देने पर जान से मारने की धमकी दी गई है।
सेंट्रल जेल बिलासपुर से भेजा गया है धमकी भरा पत्र।
केंद्रीय जेल बिलासपुर के कैदी का दिया है नंबर
धमकी भरा यह पत्र लाल स्याही से लिखा गया है, जिसमें केंद्रीय जेल बिलासपुर के कैदी क्रमांक 4563/97 लिखा हुआ है। लेटर में प्रेषक आई जुनार राजेंद्र नगर लिखा है। केंद्रीय जेल से मिले इस लेटर के बाद जिंदल कंपनी प्रबंधन में हड़कंप मच गया। प्रबंधक ने अपनी शिकायत में कहा है कि जिंदल स्टील एंड पावर प्रदेश में निजी क्षेत्र का सबसे बड़ा उद्योग समूह है और छत्तीसगढ़ में समूह ने हजारों करोड़ रूपयों का निवेश स्टील,पावर,माइनिंग,सीमेंट उद्योगों की स्थापना और संचालन किया हुआ है। हजारों की संख्या में लोगों को इससे रोजगार भी मिल रहा है। उन्होंने केस की गंभीरता को देखते हुए चेयरमैन नवीन जिंदल को सुरक्षा देने की मांग की है।
उत्तराखंड के जज को भी दी थी धमकी
केंद्रीय जेल बिलासपुर से उत्तराखंड हाईकोर्ट के जज को भी धमकी भरा पत्र भेजा गया था, जिसमें उनसे 50 करोड़ रुपए की फिरौती भी मांगी गई थी। उन्हें भी 48 घंटे के भीतर फिरौती की रकम नहीं देने पर उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस खत का तार बिलासपुर से जुड़े होने के बाद उत्तराखंड पुलिस की टीम इस केस की जांच के लिए आई थी। हेंड राइटिंग मिलान करने के बाद पुलिस ने कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ चौहान के पत्र लिखने की पुष्टि की थी।
पहले भी कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों को दे चुका है धमकी
कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ चौहान पूर्व में भी कई राज्यों के मुख्यमंत्री, राज्यपाल, हाईकोर्ट जज सहित नेताओं को इस तरह से धमकी भरा पत्र लिख चुका है। उसने पश्चिम बंगाल के सीएम ममता बनर्जी को भी धमकी देकर फिरौती मांगी थी। उसके खिलाफ कई केस दर्ज किया गया है। सिविल लाइन थाने में भी धमकी भरे पत्र लिखने पर उसके खिलाफ केस दर्ज है।
साक्ष्य और जांच के अभाव में दोषमुक्त, अब मार्च में होगी रिहाई
कुख्यात डकैत पुष्पेंद्र नाथ चौहान पर डकैती, हत्या, लूट के करीब आधा दर्जन केस दर्ज है। सभी मामलों में वह साक्ष्य के अभाव में दोषमुक्त हो चुका है। हत्या और डकैती के एक केस में वह सजा काट रहा है। जेल अधीक्षक खोमेश मंडावी ने बताया कि आने वाले मार्च में उसकी सजा पूरी होने वाली है। फिर वह रिहा हो जाएगा।