कोरबा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि, मवेशियों के डे केयर के रूप में गौठान उपयोगी साबित हो रहे हैं। विभिन्न आजीविका गतिविधियां भी गौठानों में संचालित हो रही हैं। यहां ग्रामीणों को रोजगार मिल रहा है। उन्होंने कहा कि, फसल सुरक्षा, रोड एक्सीडेंट की घटनाएं कम करने और ग्रामीण अंचल में बेहतर आजीविका सुनिश्चित करने के लिए गौठान बनाए गए हैं। महिलाएं गौठानों में बिजली उत्पादन भी करेंगी। मुख्यमंत्री बघेल शनिवार को कोरबा जिले के पाली में मीडिया से बात कर रहे थे।
कोरबा की चिरौंजी की मांग दुनियाभर में
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के तहत कोरबा के पाली तानाखार पहुंचे मुख्यमंत्री बघेल ने रेस्ट हाउस में अफसरों की समीक्षा बैठक ली। इसके बाद उन्होंने मीडिया को बताया कि भेंट-मुलाकात सरगुजा से शुरू हुआ था। बस्तर होते हुए सभी विधानसभा में पहुंच रहा है। लगातार भेंट-मुलाकात कर लोगों से संवाद कर, योजनाओं का फीडबैक ले रहे हैं। उन्होंने कहा कि, कोरबा की चिरौंजी की मांग दुनिया भर में है। इसलिए कोरबा में चिरौंजी का प्रोसेसिंग प्लांट लगाने का फैसला किया है।
चार सालों में चार गुना बढ़ा धान का उत्पादन
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, लोग शासन की योजनाओं का भरपूर लाभ उठा रहे हैं। लगातार धान खरीदी में बढ़ोतरी हो रही है। कोरबा खेती में आगे बढ़ रहा है। किसानों का रुझान खेती की तरफ बढ़ा है। उन्होंने कहा कि, पिछले 4 सालों में करीब 4 गुना धान का उत्पादन बढ़ा है। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा, कि धान संग्रहण केंद्र 1900 से बढ़कर 2500 हो गए हैं। जिससे किसानों को दूर नहीं जाना पड़ रहा है। पूरे देश में मिलेट्स की सबसे ज्यादा खरीदी छतीसगढ़ में की गई है।
महुआ संकलन के लिए अपनाएंगे तकनीकी
सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि, महुआ के संकलन के लिए अब तकनीक का उपयोग किया जाएगा। इसके लिए नेट लगाकर संग्रहण का निर्णय लिया गया है, जिससे जमीन पर गिरने से महुए की गुणवत्ता खराब ना हो और ज़्यादा दाम मिले। उन्होंने बताया कि, नेट विधि से महुआ संग्रहण करके पांच हजार क्विंटल इंग्लैंड निर्यात किया गया। मुख्यमंत्री ने कहा कि, आदिवासी संस्कृति और परांपराओं को बचाना है। संस्कृति संरक्षण के लिए 25 देवगुड़ी के निर्माण की घोषणा कल की गई है।
शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति की दिशा में आगे बढ़ रहे
मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि, हाट बाजार क्लीनिक योजना की गाड़ियां सभी हाट बाजारों में जाएं, ताकि लोगों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मिल सके। इसकी व्यवस्था दुरुस्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य और संस्कृति के संवर्धन की दिशा में कार्य करते हुए हम आगे बढ़ रहे हैं। जिले में श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल योजना के तहत मेडिकल स्टोर खोलने की मांग आई है। दूरस्थ अंचलों में भी अंग्रेजी माध्यम की बेहतर शिक्षा दी जा रही है।