नारायणपुर। छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में चर्च में तोड़फोड़ समेत SP और पुलिस जवानों पर हमला करने वाले 6 और आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। जिन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है। इससे पहले इसी मामले में भाजपा के जिला अध्यक्ष समेत 5 लोगों को जेल भेजा जा चुका है। सिर्फ नारायणपुर में ही हुए उपद्रव के मामले में पुलिस ने अब तक 11 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, नारायणपुर में हुई हिंसक घटना के बाद पुलिस सख्त हो गई है। लगातार CCTV फुटेज और इस घटना के जीतने भी वीडियो सामने आए हैं पुलिस उसे खंगाल रही है। इन्हीं आधार पर पुलिस ने निरंजन करंगा (22), रमेश पोटाई (35), सुकमन नेताम (22), लहरू राम नेताम (33), मंगउ राम कावड़े (32) और राजु राम दुग्गा (32) को गिरफ्तार किया है। सभी की पहचान कर उन्हें एक-एक कर इनके घर से उठाया गया है। इधर, पुलिस अफसरों का कहना है कि, इस मामले में शामिल और भी कई आरोपी हैं जिन्हें जल्द ही पकड़ा जाएगा।
ऐड़का की घटना के आरोपी भी गिरफ्तार
नारायणपुर जिले में हुए उपद्रव की शुरुआत ऐड़का थाना के गोर्रा गांव से हुई थी। 1 जनवरी को इस गांव में दो पक्षों के बीच जमकर विवाद हुआ। जिसके बाद पुलिस मामले को शांत करवाने पहुंची तो कुछ लोगों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया था। अगले दिन 2 जनवरी को नारायणपुर में जमकर तोड़फोड़ हुई। हालांकि, ये उपद्रव फैलाने वाले किस संगठन, गुट, या फिर पार्टी के थे ये अब तक स्पष्ट नहीं हो पाया है। गोर्रा गांव की घटना में शामिल अब तक कुल 6 लोगों की गिरफ्तारी की जा चुकी है।
भ्रामक पोस्ट करने वालों पर होगी कार्रवाई
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में तनावपूर्ण माहौल के बीच शांति स्थापित करने IG, कलेक्टर ने जिले के जनप्रतिनिधि, व्यापारी समेत विभिन्न वर्गों के साथ बैठक की है। इस बैठक में अफसरों ने कहा कि, नारायणपुर की घटना को लेकर यदि कोई भी व्यक्ति सोशल मीडिया में भ्रामक पोस्ट शेयर करता है तो उस पर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। नारायणपुर में शांति स्थापित करने का प्रयास किया जा रहा है। अफसरों का दावा है कि, अभी जिले में स्थित कंट्रोल में है।
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम
नारायणपुर में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। चप्पे चप्पे में जवानों की तैनाती की गई है। बॉर्डर इलाकों में जवान आने-जाने वाले वाहनों की तलाशी ले रहे हैं। DRG, ITBP, STF, CAF समेत अन्य बटालियन के जवानों की तैनाती की गई है। इसके साथ ही कोंडागांव, कांकेर समेत अन्य जिलों से भी पुलिस फोर्स को बुलाया गया है। ऐसा बताया जा रहा है कि, अंदरूनी इलाकों में पुलिस फोर्स को भी भेजा गया है। पुलिस शहर में भीड़ इकट्ठा होने नहीं दे रही है।
कलेक्टर बोले- अफसरों की लगाई गई ड्यूटी
कलेक्टर अजित वसंत ने कहा कि, जिले में शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अधिकारियों की नामजद ड्यूटी लगाई गई है। किसी भी प्रकार की कोई सूचना मिलती है, तो इन अधिकारियों से संपर्क कर इसकी जानकारी देवें। उन्होंने यह भी कहा कि, जिले के संवेदनशील क्षेत्रों में शांति व्यवस्था बनाएं रखने जिला एवं पुलिस प्रशासन पुख्ता इंतजाम कर रखे हैं। साथ ही क्षेत्र के जनप्रतिनिधियों एवं समाज प्रमुखों से चर्चा कर उन्हें क्षेत्र में शांतिपूर्ण माहौल तैयार करने की अपील की गई है।