नई दिल्ली। कतर में आयजोति फीफा वर्ल्ड कप 2022 (FIFA World Cup 2022) का फाइनल मुकाबला आज खेला जाएगा। फ्रांस और अर्जेंटिना के बीच यह मुकाबला कतर के लुसैल स्टेडियम में खेला जाएगा। फ्रांस की तरफ से ज्यादातर लोगों की निगाहें स्टार स्ट्राइकर कीलियन एम्बाप्पे और ओलिवर जिरूड पर होगी। वहीं, अर्जेंटिना के लोगों की निगाहें कप्तान लियोनल मेसी पर विशेष तौर पर टिकी होगी। जहां पूरा केरल कतर में चल रहे फुटबॉल विश्व कप का प्रशंसक बना हुआ है। वहीं मलप्पुरम जिला और राज्य के अन्य उत्तरी हिस्सों में फुटबॉल का रोमांच चरम पर पहुंच गया है। मलप्पुरम और केरल के अन्य उत्तरी जिलों जैसे कोझिकोड, कन्नूर, कासरगोड और वायनाड में कई फुटबॉल प्रशंसक क्लब हैं जो अर्जेंटीना और फ्रांस का समर्थन कर रहे हैं।
राज्य की राजधानी में जिमी जॉर्ज इनडोर स्टेडियम में एक विशाल टेलीविजन स्क्रीन लगाई गई है, जिसमें 4,000 से अधिक लोगों के बैठने की क्षमता है। इनडोर स्टेडियम में प्रवेश नि:शुल्क है और शाम 6 बजे तक ज्यादातर सीटें भर जाती हैं। रविवार शाम को कतर में फीफा विश्व कप का फाइनल खेला जाएगा।
गोल्डन बूट के लिए मेसी और एम्बाप्पे है दावेदार
फीफा विश्व कप 2022 के फाइनल में जाने के लिए लियोनेल मेसी और किलियन एम्बाप्पे गोल्डन बूट पुरस्कार जीतने के प्रबल दावेदार हैं। दोनों खिलाड़ियों ने टूर्नामेंट में अब तक 5-5 गोल किए हैं। फीफा विश्व कप गोल्डन बूट विजेताओं की सूची।
1930 – गिलर्मो स्टेबल (अर्जेंटीना) – 8 गोल
1934 – ओल्डरिच नेजेडली (चेकोस्लोवाकिया) – 5 गोल
1938 – लियोनिदास (ब्राजील) – 7 गोल
1950 – अडेमिर (ब्राजील) – 9 गोल
1954 – सांडोर कॉक्सिस (हंगरी) – 11 गोल
1958 – जस्ट फॉनटेन (फ्रांस) – 13 गोल
1962 – फ्लोरियन अल्बर्ट (हंगरी), वैलेन्टिन इवानोव (सोवियत संघ), गैरिंचा (ब्राजील), वावा (ब्राजील), ड्रैजन जेरकोविक (यूगोस्लाविया), लियोनेल सांचेज (चिली) – 4 गोल
1966 – यूसेबियो (पुर्तगाल) – 9 गोल
1970 – गर्ड मुलर (पश्चिम जर्मनी) – 10 गोल
1974 – ग्रेजगोर्ज लेटो (पोलैंड) – 7 गोल
1978 – मारियो केम्पेस (अर्जेंटीना) – 6 गोल
1982 – पाओलो रॉसी (इटली) – 6 गोल
1986 – गैरी लाइनकर (इंग्लैंड) – 6 गोल
1990 – सल्वाटोर शिलासी (इटली) – 6 गोल
1994 – ओलेग सालेंको (रूस), हिस्टो स्टोइकोव (बुल्गारिया) – 6 गोल
1998 – डावर सुकर (क्रोएशिया) – 6 गोल
2002 – रोनाल्डो (ब्राजील) – 8 गोल
2006 – मिरोस्लाव क्लोज (जर्मनी) – 5 गोल
2010 – थॉमस मुलर (जर्मनी), वेस्ले स्नेजिडर (नीदरलैंड), डेविड विला (स्पेन), डिएगो फोर्लान (उरुग्वे) – 5 गोल
2014 – जेम्स रोड्रिग्ज (कोलंबिया) – 6 गोल
2018 – हैरी केन (इंग्लैंड) – 6 गोल