छत्तीसगढ़ःआज से नक्सलियों का PLGA सप्ताह शुरू, अंदरूनी इलाकों में घुसे जवान,पिछले 7 दिनों में 3 मुठभेड़,4 नक्सली ढेर,1 जवान शहीद, 3 पुलिसकर्मी घायल

बस्तर में फोर्स अलर्ट है। (फाइल फोटो) - Dainik Bhaskar

जगदलपुर।छत्तीसगढ़ के बस्तर में आज 2 दिसंबर से माओवादियों का PLGA (पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी) सप्ताह शुरू हो गया है, जो 8 दिसंबर तक चलेगा। माओवादियों के इस सप्ताह को देखते हुए बस्तर में पुलिस फोर्स भी अलर्ट है। जवान अंदरूनी इलाकों में घुसे हुए हैं। पिछले 7 दिनों में सुकमा और बीजापुर जिले में हुई कुल 3 मुठभेड़ों में 4 माओवादियों को ढेर किया गया है। जबकि, 1 जवान ने शहादत दी है। वहीं 3 पुलिस कर्मी भी घायल हुए हैं।

दरअसल, PLGA सप्ताह नक्सलियों के यह हर साल का अंतिम अयोजन होता है। जिसमें माओवादी सालभर की अपनी कामयाबी, विफलताओं, संगठन को मजबूती देने समेत अन्य बातों का बखान करते हैं। गांव-गांव में बैठक-सभा कर लाल लड़ाकों को भी जोड़ते हैं। इसके अलावा किसी न किसी तरह की वारदात को भी अंजाम देते हैं। माओवादियों के इस सप्ताह को लेकर पिछले 10 दिनों से बस्तर में फोर्स अलर्ट है।

देशभर में 132 माओवादियों की हुई मौत

दरअसल, माओवादी PLGA सप्ताह के दौरान अपने सालभर के आंकड़ों को भी सार्वजनिक करते हैं। माओवादियों के सेंट्रल कमेटी के नेता अभय ने कुछ दिन पहले प्रेस नोट जारी किया था। अभय ने बताया था कि, पिछले दिसंबर 2021 से नवंबर 2022 तक इस 1 साल में देश भर में उनके 132 लाल लड़ाके मारे गए हैं। करीब 31 जवानों को शहीद और 154 जवानों को घायल किया है। वहीं 69 पुलिस के मुखबिरी की हत्या की है।

अंदरूनी इलाकों में घुसे जवान, भनुप्रतापपुर में फोकस

माओवादियों के PLGA सप्ताह को देखते हुए बस्तर के सातों जिलों में फोर्स को अलर्ट किया गया है। दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा इन तीन जिलों में जवान अलग-अलग इलाकों में पिछले कुछ दिनों से घुसे हुए हैं। वहीं कांकेर जिले के भानुप्रतापपुर विधानसभा का इन दिनों ही उपचुनाव होना है। वहां भी ज्यादा फोकस किया गया। सुरक्षा बढ़ाई गई है। सैकड़ों जवानों की तैनाती की गई है।

इन जिलों में हुई मुठभेड़

26 नवंबर की सुबह बीजापुर के पोमरा इलाके में पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यहां जवानों ने 4 नक्सलियों को मार गिराया। शव के साथ भारी संख्या में हथियार बरामद किए। वहीं दूसरे दिन गलगम इलाके में सर्चिंग पर निकले एक जवान का पैर IED की चपेट में आ गया था। जिससे वह जख्मी हो गया था। फिर तीसरे दिन गलगम के आगे जंगलों में एक बार फिर पुलिस और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। यहां नक्सलियों ने जवानों पर हमला कर दिया था।

मोर्चा संभालते वक्त नक्सलियों के लगाए स्पाइक होल की चपेट में 2 जवान आ गए थे। जवानों ने मुठभेड़ के बाद इलाके की सर्चिंग में 4 भरमार हथियार समेत अन्य सामान बरामद किया था। इसके अलावा 2 दिन पहले सुकमा जिले के डब्बाकोंटा में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद हो गए।