
टोकियो । म्यामाांर के बाद दुनिया के कई देशों में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। इन देशों में थाइलैंड, नेपाल, जापान, भारत और पापुआ न्यू गिनी का नाम मुख्य रूप से शामिल हैं। म्यामांर में भूकंप ने बड़ी तबाही मचाई है और तीन हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच जापान की सरकार ने हाल ही में एक डरावनी चेतावनी दी है, जिसने देश में तहलका मचा दिया है। जापान की सरकार ने एक रिपोर्ट जारी कर चेतावनी दी है। इसमें कहा गया है कि प्रशांत महासागर तट के पास बेहद भयानक भूकंप आ सकता है।
जापान की सरकार की रिपोर्ट के मुताबिक, भूकंप इतना अधिक शक्तिशाली होगा, जिससे सुनामी पैदा होगी। शायद ही दुनिया ने इसे अभी तक देखा होगा। सुनामी के प्रचंड लहर में सैकड़ों इमारतें तबाह हो सकती हैं। जापान सरकार ने भूंकप और सुनामी के कारण जो तबाही का अनुमान लगाया है, वो बेहद डरावना है। आशंका जताई गई है कि भूकंप और सूनामी के कारण कम से कम तीन लाख से अधिक लोगों की मौत हो सकती है।

इस देश की सरकार ने दी महाभूकंप और सुनामी की चेतावनी – फोटो : Adobe Stock
2024 में भी जारी की गई थी चेतावनी
जापान की सरकार ने साल 2024 में भी भूकंप को लेकर इस तरह की चेतावनी थी। इसमें रिक्टर स्केल पर 9 की तीव्रता के भूकंप आने की आशंका जताई थी। जापान में प्रशांत तट पर 7.1 की तीव्रता से भूकंप आने के बाद यह आशंका जताई गई थी। जापान भूकंप प्रभावित क्षेत्र रहा है और यहां पर हजारों लोग भूकंप के कारण अपनी जान गंवा चुके हैं।

इस देश की सरकार ने दी महाभूकंप और सुनामी की चेतावनी – फोटो : Adobe Stock
भूकंप से महाविनाश की चेतावनी
एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अगर जापान की सरकार की आशंका सच होती है, तो देश को 1.81 ट्रिलियन डॉलर का नुकसान हो सकता है। यह आंकड़ा जापान की जीडीपी का आधा है। मतलब भूकंप के कारण देश की जीडीपी का आधा हिस्सा खत्म हो सकता है। जापान सरकार ने नये अनुमान में महंगाई की वजह से करेंसी पर पड़ने वाले प्रेशर और ग्राउंड डेटा को शामिल किया है। जापान में भूकंप के बार बार झटकों और छोटी-छोटी सुनामी से बाढ़ क्षेत्रों का विस्तार हुआ है। इससे देश की अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है। जापान सरकार की कैबिनेट रिपोर्ट में इन बातों का जिक्र किया गया है।

इस देश की सरकार ने दी महाभूकंप और सुनामी की चेतावनी – फोटो : Adobe Stock
जापान सरकार ने आशंका जताई है कि अगर सबसे खराब स्थिति बनती है तो उस दौरान 9 की तीव्रता का भूकंप आ सकता है। इससे देश की 12 लाख 30 हजार की आबादी के प्रभावित होने की संभावना होगी। यह जापान की कुल आबादी का 10 फीसदी है। रिपोर्ट के मुताबिक, अगर सर्दियों में देर रात इस तरह का भूकंप आता है, तो सुनामी और ढहती इमारतों के कारण 298,000 लोगों की मौत हो सकती है। दुनिया के सबसे ज्यादा भूकंप संभावित क्षेत्रों में जापान शामिल है। यह कांपते हुए समुद्री इलाकों वाले कैटोगिरी में रखा गया है। यहां पर समुद्री इलाकों में आने वाले भूकंप की 8 से 9 की तीव्रता की संभावना 80 फीसदी के करीब होती है।

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इस कैटेगिरी में शामिल है जापान
नानकाई गर्त क्षेत्र कैटोगिरी में जापान शामिल है। यह गर्त जापान के दक्षिण-पश्चिमी प्रशांत तट से लगभग 900 किमी तक फैला है। यहां पर फिलीपीन सागर प्लेट यूरेशियन प्लेट के नीचे दब रही है। टेक्टोनिक तनाव की वजह से करीब 100 से 150 वर्षों में जापान में एक बार महाभूकंप आ सकता है। इससे पहले साल 2011 में जापान में 9 की तीव्रता वाला भूकंप आया था। इसके कारण विनाशकारी सुनामी आई थी। इससे पूर्वोत्तर जापान में एक परमाणु ऊर्जा संयंत्र में तीन रिएक्टर पिघल गए थे। इससे 15,000 से अधिक लोगों की मौत हुई थी।