वाशिंगटन। अमेरिकी सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने दुनिया के सामने चीन के खतरनाक इरादे का खुलासा किया है। कृष्णमूर्ति ने बुधवार को कहा कि भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा के पास पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की एक नई चौकी संबंधी खबर बीजिंग की बढ़ती क्षेत्रीय आक्रामकता का एक और चिंताजनक संकेत है, जो अमेरिका द्वारा भारत और अन्य सुरक्षा साझेदारों के साथ संयुक्त प्रयासों को मजबूत करने की आवश्यकता को दोहराता है। समाचार पत्र ‘पॉलिटिको’ ने भी बुधवार को दावा किया था कि चीन ने भारत के साथ अपनी विवादित सीमा के पास एक सैन्य चौकी बनाई है। सेंटर फॉर स्ट्रेटेजिक एंड इंटरनेशनल स्टडीज ‘चाइना पावर प्रोजेक्ट’ द्वारा प्राप्त और नैटसेक डेली के साथ साझा की गई तस्वीरें दिखाती हैं कि पीपुल्स लिबरेशन आर्मी ने पैंगोंग त्सो में सैनिकों को रखने के लिए एक मुख्यालय और गैरीसन का निर्माण किया है।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का अत्याचार जारी: राजा कृष्णमूर्ति
राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी अपने पुराने ढर्रे पर चलना नहीं छोड़ा है। देश में अब भी घरेलू दमन, उइगर मुस्लिमों से क्रूर उत्पीड़न और ऑनलाइन गलत सूचना के प्रयासों में वृद्धि जारी है। इसलिए भारत से ताइवान जलडमरूमध्य तक इसके बढ़ते अंतरराष्ट्रीय सैन्य आक्रमण के संकेत भी हैं।
चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की बढ़ती आक्रामकता का चेहरा दुनिया के सामने लाने होगा
राजा कृष्णमूर्ति ने कहा कि चीन के आक्रामक महत्वाकांक्षाओं के सामने, यह अनिवार्य है कि संयुक्त राज्य अमेरिका अपने सहयोगियों के साथ सुरक्षा और खुफिया सहयोग का और विस्तार करे ताकि यह स्पष्ट संदेश भेजा जा सके कि संयुक्त राज्य अमेरिका, भारत, ताइवान और पूरे क्षेत्र में लोकतंत्र के साथ खड़ा है। चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की बढ़ती आक्रामकता का चेहरा दुनिया के सामने लाने होगा।