गरियाबंद। छुरा में शनिवार को हुए हत्याकांड का आरोपी मृतक का छोटा बेटा ही निकला. मोंगरा निवासी 55 वर्षीय राजेश नागवंशी को उसी के छोटे बेटे डिगेश्वर ने लाठी से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया. हत्या के बाद से आरोपी फरार था. बड़े बेटे बजरंग की रिपोर्ट पर पुलिस ने 24 घंटे के भीतर हत्यारे को ओड़िशा के नुवापड़ा जिले से गिरफ्तार कर लिया. असल में आरोपी छोटा बेटा, बड़े और मंझले भाई के हिस्से की भी जमीन अपने नाम करवाना चाह रहा था. इसी बात को लेकर आए दिन अपने पिता से विवाद करता था. हिस्से में आने वाले महज ढाई एकड़ जमीन के लिए कलयुगी बेटे के सिर पर खून सवार हुआ और फिर उसने पिता की हत्या कर दी. फिलहाल आरोपी को रिमांड पर जेल भेज दिया है.
प्रार्थी बजरंग नागवंशी ने पुलिस को बताया कि 26.11.2022 की सुबह वो खेत काम करने गया था, सुबह करीब 10 बजे घर जाकर देखा कि आंगन में खून बह रहा था, जिसके बाद उसने अपने पिता राजेश नागवंशी की लाश देखी. जिसके बाद प्रार्थी के चाचा सबेराम नागवंशी ने बताया तुम्हारा छोटा भाई यशवंत नागवंशी घर की जमीन को अपने नाम पर दर्ज कराने को लेकर झगड़ा किया. फिर उसने राजेश नागवंशी पर हमलाकर उसकी हत्या कर दी.
चुरकीदादर से गिरफ्तार हुआ आरोपी
पिता की हत्या कर आरोपी गांव से फरार हो गया था. मामले की गंभीरता को देखते हुए वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अमित तुकाराम कांबले के दिशा-निर्देशन, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रेश सिंह ठाकुर के मार्गदर्शन में और अनुविभागीय अधिकारी पुलिस पुष्पेन्द्र नायक के पर्यवेक्षण में थाना छुरा पुलिस, विशेष टीम द्वारा आरोपी को ग्राम चुरकीदादर से लगे नुआपाड़ा (ओड़िशा) के जंगल में रविवार को घेराबंदी कर पकड़ा गया.