कांकेर। प्रदेश कांग्रेस ने भानुप्रतापपुर विधानसभा उपचुनाव के संचालन के लिए समिति का गठन कर लिया है। कांकेर की प्रभारी मंत्री अनिला भेड़िया सहित तीन मंत्रियों, तीन विधायकों और दो सांसदों सहित 19 नेताओं को इसमें शामिल किया गया है। संचालन समिति में गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू और आबकारी मंत्री कवासी लखमा को भी बड़ी भूमिका दी गई है। इससे पहले कांग्रेस अपने 43 विधायकों सहित करीब 70 नेताओं को सेक्टर प्रभारी बनाकर चुनावी मैदान में तैनात कर चुकी है।
प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी महामंत्री संगठन अमरजीत चावला ने सोमवार शाम को चुनाव संचालन समिति की घोषणा की। इसमें तीन मंत्रियों के अलावा बस्तर सांसद दीपक बैज और राज्यसभा सांसद फूलोदेवी नेताम को रखा गया है। उनके अलावा बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल, कांकेर विधायक शिशुपाल शोरी और अंतागढ़ विधायक अनूप नाग को भी चुनाव संचालन समिति में रखा गया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव और कांकेर के जमीनी नेता राजेश तिवारी, प्रदेश कांग्रेस के कोषाध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल, खनिज विकास निगम के अध्यक्ष गिरीश देवांगन, प्रदेश महामंत्री रवि घोष को भी संचालन समिति का सदस्य बनाया गया है।
प्रदेश कांग्रेस के जिला प्रभारी पियूष कोसरे के अलावा युवा कांग्रेस, एनएसयूआई और कांग्रेस सेवा दल के प्रदेश अध्यक्षों को भी समिति में पदेन शामिल किया गया है। इस समिति में कांकेर की जिलाध्यक्ष सुभद्रा सलाम, जिला पंचायत अध्यक्ष हेमंत ध्रुव और चुनाव में टिकट के दावेदार रहे बीरेश ठाकुर को भी जिम्मेदारी मिली है। यह चुनाव संचालन समिति उप चुनाव में प्रचार अभियान की रणनीति और क्रियान्वयन की निगरानी करेगी।
अपना गढ़ बचाने पूरी ताकत से उतरेगी पार्टी
कांग्रेस नेताओं का कहना है कि भानुप्रतापपुर पार्टी का गढ़ है और इस चुनाव में उनके प्रत्याशी की जीत तय है। इसके बाद भी संगठन पूरी ताकत से मुकाबले में उतर रही है। पूरे क्षेत्र को जोन और सेक्टर में बांटकर अलग-अलग विधायकों और वरिष्ठ क्षेत्रीय नेताओं को उसका प्रभारी बनाया गया है। भानुप्रतापपुर में विधायक सत्यनारायण शर्मा, धनेंद्र साहू, देवती कर्मा, कुंवर सिंह निषाद, अंबिका सिंहदेव, विकास उपाध्याय और आशीष छाबड़ा जैसे नेताओं को सेक्टर प्रभारी बनाया गया है। वहीं चारामा में अधिकतर आदिवासी और ओबीसी विधायकों को लगाया गया है। दुर्गकोंदल ब्लॉक में चंदन कश्यप, इंद्रशाह मंडावी, के.के. ध्रुव, मोहित केरकेट्टा जैसे विधायकों को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
पांच दिसम्बर को होना है चुनाव, मुकाबला कांग्रेस-भाजपा के ही बीच
भानुप्रतापुर विधानसभा का उपचुनाव कांग्रेस विधायक मनोज मंडावी के निधन की वजह से हो रहा है। 16 अक्टूबर को सुबह दिल का दौरा पड़ने की वजह से मंडावी का निधन हो गया था। कांग्रेस ने मनोज मंडावी की पत्नी सावित्री मंडावी को मैदान में उतारा है। वहीं कांग्रेस ने एक बार पहले भी विधायक रह चुके ब्रह्मानंद नेताम पर दांव लगाया है। दोनों के प्रत्याशियों ने 17 नवम्बर को नामांकन किया था। उसके बाद से दोनों दलों के वरिष्ठ नेता भानुप्रतापपुर और कांकेर में डेरा डाले हुए हैं। माना जा रहा है कि इस चुनाव का प्रमुख मुकाबला इन्हीं दो दलों के बीच होगा। वैसे इस चुनाव में पांच और प्रत्याशी मैदान में हैं जिनमें से दो निर्दलीय हैं।