पटना : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर राज्यसभा सदस्य व बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी तक को निशाने पर लेती रहीं रोहिणी आचार्य इस बार अपने बयान नहीं काम को लेकर चर्चा में हैं। वे अपने बीमार पिता व राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को अपनी किडनी डोनेट करने जा रहीं हैं। लालू का किडनी ट्रांसप्लांट सिंगापुर में होगा। रोहिणी भी सिंगापुर में रहती हैं। उनके इस फैसले पर बिहार में लोगों की आम राय है- बेटी हो तो ऐसी हो।
बयानों को लेकर चर्चा में रहीं रोहिणी
इंटरनेट मीडिया पर सक्रिय रहने वाली रोहिणी आचार्य हमेशा लालू परिवार के बचाव में बयान देती रहीं हैं। लालू प्रसाद यादव व तेजस्वी यादव सहित परिवार के किसी भी सदस्य के साथ कोई विवाद फंसा या जब भी परिवार पर मुसीबत आई, रोहिणी के ट्वीट चर्चा में रहे। लालू परिवार का बचाव करते हुए विरोधियों पर निशाना साधने के क्रम में उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तक पर हमला किया। राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी तो आए दिन उनके निशाने पर रहे हैं। लेकिन इस बार वे अपने बयानों के लिए नहीं, पिता लालू यादव को अपनी किडनी देने के फैसले के कारण चर्चा में हैं।
मानी जाती हैं पिता के बहुत करीब
आरजेडी सुप्रीमो की दूसरी बेटी रोहिणी आचार्य अपने पिता के बहुत करीब मानी जाती हैं। वे उनके साथ अपनी तस्वीरें इंटरनेट मीडिया पर शेयर करती रहीं हैं। लालू की बड़ी बेटी मीसा भारती की तरह वे भी डाक्टर हैं।
खुद डाक्टर तो इंजीनियर हैं पति
रोहिणी के पति समरेश सिंह साफ्टवेयर इंजीनियर हैं। शादी के वक्त रोहिणी जमशेदपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहीं थीं तो उनके पति अमेरिका में नौकरी कर रहे थे। अभी दोनों सिंगापुर में हैं।
किडनी देने को लेकर हो रही तारीफ
रोहिणी के लालू को किडनी देने के फैसले की लोग सराहना कर रहे हैं। मोतिहारी के मोही कैटरर के प्रोपराइटर राकेश कुमार रामू कहते हैं कि चुनाव में वोट देना अलग बात है। वोट किसे देंगे, यह नहीं बताएंगे, लेकिन रोहिणी ने जो किया है, वह बेटियों के लिए एक उदाहरण है। मोतिहारी के व्यवसायी राजेश लोहिया एवं डाक्टर भास्कर राय तथा गोपालगंज के डाक्टर संदीप कुमार के अनुसार बेटी हो तो ऐसी।