नई दिल्ली। भारतीय मूल के ऋषि सुनक ब्रिटेन के नए प्रधानमंत्री होंगे। 42 साल के सुनक मंगलवार को शपथ ले रहे हैं। सुनक पहले अश्वेत, पहले हिन्दू और पहले भारतवंशी के रूप में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री पद की बागडोर संभाल रहे हैं। ऋषि के दादा-दादी पंजाब के रहने वाले थे। ऋषि की पत्नी अक्षता मूर्ति भी भारतीय हैं। अक्षता के पिता एन नारायणमूर्ति देश के बड़े उद्योगपति हैं। आईटी कंपनी इंफोसिस की स्थापना नारायणमूर्ति ने ही की थी।
ऋषि अब उस ब्रिटेन की सत्ता संभालेंगे, जहां के लोगों ने लंबे समय तक भारत पर राज किया था। यही कारण है कि इसको लेकर भारतीय नागरिकों में काफी खुशी है। ऋषि ही नहीं, दुनिया के कई अन्य देशों में भी भारतीय मूल के नेता अपनी काबिलियत के दम पर उन देशों के सर्वोच्च पद पर पहुंचे। आज हम आपको ऐसे ही नेताओं के बारे में जानकारी देंगे।
मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ
अलग-अलग देशों के सर्वोच्च पद पर पहुंचे 70 से ज्यादा भारतीय
ऋषि सुनक की तरह 70 से ज्यादा भारतीय मूल के नेता हैं, जिन्होंने दुनिया के अलग-अलग देशों के सर्वोच्च पदों को हासिल किया है। सबसे ज्यादा नौ बार मॉरिशस में भारतीय मूल के नेताओं ने राष्ट्रपति या फिर प्रधानमंत्री का पद संभाला है। इनमें सर शिवसागर रामगुलाम सबसे पहले हैं। शिवसागर 14 साल तक मॉरिशस के प्रधानमंत्री रहे। इनके पिता भारतीय थे और कुशवाहा समाज से आते थे। 1968 से 1982 तक शिवसागर मॉरिशस के प्रधानमंत्री रहे। इनके अलावा अनिरुद्ध जगन्नाथ पहले मॉरिशस के प्रधानमंत्री और बाद में राष्ट्रपति रहे। वीरासामी रिंगादू, कसम उतीम, नवीन रामगुलाम कुशवाहा, कैलाश पुरयाग, अमीना गुरीब-फकीम, प्रविंद जगन्नाथ, पृथ्वीराज सिंह रूपुन भी मॉरिशस के प्रधानमंत्री या फिर राष्ट्रपति रह चुके हैं।
लियो वराडकर आयरलैंड के पूर्व प्रधानमंत्री हैं।
ये नेता भी अलग-अलग देशों के सर्वोच्च पद तक पहुंचे
नेता | देश | पद |
अल्फ्रेडो नोब्रे दा कोस्टा | पुर्तगाल | प्रधानमंत्री (1978) |
महातिर मोहम्मद | मलेशिया | प्रधानमंत्री (1981-2003, 2018-2020) |
देवन नायर | सिंगापुर | राष्ट्रपति (1981-1985) |
फ्रेड रामदत्त मिसिर | सूरीनाम | राष्ट्रपति (1982-1988) |
लियाकत अली इरॉल अलीबक्स | सूरीनाम | प्रधानमंत्री (1983-1984) |
प्रीतप राधाकृष्णनन | सूरीनाम | प्रधानमंत्री (1986-1987) |
नूर हसनअली | त्रिनिदाद और टोबैगो | राष्ट्रपति (1987-1997) |
रामसेवक शंकर | सूरीनाम | राष्ट्रपति (1988-1990) |
छेदी जगन | गुयाना | राष्ट्रपति (1992-1997) |
बासदेव पांडेय | त्रिनिदाद और टोबैगो | प्रधानमंत्री (1995-2001) |
महेंद्र चौधरी | फिजी | प्रधानमंत्री (1999-2000) |
भारत जगदेव | गुयाना | राष्ट्रपति (1999-2011) |
एसआर नाथन | सिंगापुर | राष्ट्रपति (1999-2011) |
कमला प्रसाद विश्वेसर | त्रिनिदाद और टोबैगो | प्रधानमंत्री (2010-2015) |
डोनाल्ड रामोतार | गुयाना | राष्ट्रपति (2011-2015) |
लियो वराडकर | आयरलैंड | प्रधानमंत्री (2017-2020) |
हलीमा याकूब
अभी भी अलग-अलग राष्ट्र के मुखिया हैं ये भारतीय मूल के नेता
1. हलीमा याकूब: सिंगापुर की राष्ट्रपति हलीमा भारतीय मूल की हैं। इनका जन्म सिंगापुर में ही हुआ है। इनके पिता भारतीय और माता मलेशियन थीं। हलीमा के पिता वॉचमैन थे। जब हलीमा आठ साल की थीं, तभी उनके पिता का निधन हो गया था। पिता की मौत के बाद वह अपनी मां के साथ सिंगापुर की सड़कों पर स्ट्रीट फूड बेचा करती थीं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ पुर्तगाल के पीएम पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो।
2. एंटोनियो कास्टा: पुर्तगाल के प्रधानमंत्री एंटोनियो भी भारतीय मूल के हैं। 61 साल के एंटोनियो ने 2015 में पुर्तगाल के प्रधानमंत्री की कुर्सी संभाली थी। एंटोनिया के पिता का जन्म गोवा में हुआ था।
पीएम मोदी के साथ मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद।
3. प्रविंद जुगन्नाथ : मॉरिशस के प्रधानमंत्री प्रविंद भी भारतीय मूल के हैं। जगन्नाथ का जन्म हिंदू अहीर परिवार में हुआ है। इनके पिता भारतीय थे। जगन्नाथ ने यूनिवर्सिटी ऑफ बरकिंघम से लॉ की पढ़ाई की है। 2017 से वह मॉरिशस के प्रधानमंत्री हैं। इसी साल अगस्त में प्रविंद जगन्नाथ वाराणसी के काशी विश्वनाथ मंदिर के तीन दिवसीय दौरे पर आए थे।
पूजा करते मॉरिशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन ।
4. पृथ्वीराज रूपन : मॉरिशस के राष्ट्रपति पृथ्वीराज सिंह रूपन भी भारतीय मूल के हैं। रूपन 2019 से मॉरिशस के राष्ट्रपति हैं। उनका जन्म 24 मई 1959 को मॉरिशस के एक भारतीय आर्य समाजी हिंदू परिवार में हुआ था। उन्होंने यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर से इंटरनेशनल बिजनेस लॉ में मास्टर्स डिग्री हासिल की है।
सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद उर्फ चान संतोखी
5. चंद्रिका प्रसाद उर्फ चान संतोखी : सूरीनाम के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद उर्फ चान संतोखी भी भारतीय मूल के हैं। चंद्रिका पुलिस अधिकारी से राजनेता बने हैं। 63 साल के चंद्रिकाप्रसाद का जन्म 3 फरवरी 1959 को भारतीय-सूनीनामीज हिंदू परिवार में हुआ था। 19वीं सदी की शुरुआत में संतोखी के दादा को अंग्रेज बिहार से मजदूर के रूप में सूरीनाम ले गए थे।
गुयाना के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली
6. इरफान अली : गुयाना के मौजूदा राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली भी भारतीय मूल के हैं। गुयाना की आठ लाख की आबादी में से करीब आधे भारतीय मूल के लोग हैं। अली का जन्म 25 अप्रैल 1980 को गुयाना में एक भारतीय-गायनीज मुस्लिम परिवार में हुआ था। अली ने यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टइंडीज से अर्बन और रीजनल प्लानिंग में डॉक्टरेक्ट की डिग्री हासिल की है।
सेशेल्स के राष्ट्रपति रामखेलावन
7. वेवल रामखेलावन: सेशेल्स के राष्ट्रपति रामखेलावन भी भारतीय मूल के हैं। रामखेलावन के दादा बिहार के रहने वाले थे। रामखेलावन के पिता मेटल का काम करते थे, जबकि मां शिक्षिका थीं। रामखेलावन का जन्म 15 मार्च 1961 में हुआ था।
कमला हैरिस के साथ पीएम मोदी।
8. कमला हैरिस: कमला हैरिस अमेरिका की उपराष्ट्रपति हैं। डेमोक्रेटिक पार्टी से आने वाली कमला अमेरिकी इतिहास में उपराष्ट्रपति बनने वाली पहली महिला और इस पद पर पहुंचने वाली भारतीय मूल की भी पहली महिला हैं। कमला हैरिस हॉर्वर्ड यूनिवर्सिटी, कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी और हेस्टिंग्स कॉलेज ऑफ लॉ से ग्रैजुएट हैं। 57 वर्षीय हैरिस की जड़ें भारत के तमिलनाडु राज्य से जुड़ी हैं। उनकी मां श्यामला गोपालन का जन्म तमिलनाडु में हुआ था। कमला के पिता जमैका-अमेरिका मूल के डोनाल्ड जे हैरिस थे।
भारतीय मूल के भरत जगदेव 2020 से गुयाना के उपराष्ट्रपति हैं।
9. भरत जगदेव: भारतीय मूल के भरत जगदेव 2020 से गुयाना के उपराष्ट्रपति हैं। वह भारतीय मूल के गुयाना के राष्ट्रपति इरफान अली के एडमिनिस्ट्रेशन में शामिल हैं। इससे पहले वह 1997 से 1999 तक गुयाना के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं। उनका जन्म 23 जनवरी 1964 को गुयाना में एक भारतीय हिंदू परिवार में हुआ था। 1912 में जगदेव के दादा राज जियावन को अंग्रेज उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले से मजूदर के रूप में गुयाना ले गए थे।