बिलासपुर। गोली मारकर 17 साल के लड़के की हत्या करने वाले दोनों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी सारनाथ एक्सप्रेस से बिहार भागने की फिराक में थे। जानकारी मिलते ही पुलिस की टीम ने ट्रेन रुकवाई और एक आरोपी को दबोच लिया। दूसरा आरोपी ट्रेन में छिप गया था, जिसे आगे स्टेशन से पकड़ लिया गया। हत्या का मामला पचपेड़ी थाना क्षेत्र का है, जिसे पकड़ने के लिए SSP पारुल माथुर ने एंटी क्राइम एंड सायबर यूनिट (ACCU) के साथ 17 सदस्यीय टीम बनाई थी।
पचपेड़ी क्षेत्र के मानिकचौरी निवासी मंगतूराम अजय (43) किराना दुकान चलाते हैं। घर में उसकी पत्नी सरोजनी (39) अनीश (17) और नेहा (12) रहते थे। रविवार की रात करीब करीब 9 बजे दुकान गांव के ही दो बदमाश युवक भूपेंद्र पोर्ते और नंदू उर्फ नंदकिशोर साहू गुटखा लेने पहुंचे थे। मंगतूराम का बेटा अनीश उन्हें गुटखा देने के लिए निकला। इस दौरान पैसे देने से मना करने पर उनका झगड़ा शुरू हो गया।
उसलापुर स्टेशन में पकड़ाया हत्या का आरोपी भूपेंद्र पोर्ते।
पैसे देने से मना किया और फिर मार दी गोली
दोनों युवकों ने अनीश को गुटखा का पैसा देने से मना कर दिया। इसके बाद झगड़ा शुरू हो गया। आवाज सुनकर मंगतूराम, उसकी पत्नी और बेटी नेहा भी बाहर आए। युवकों ने मंगतूराम और उसकी पत्नी पर ईंट से हमला कर दिया। इस दौरान एक युवक ने पिस्टल निकालकर फायरिंग कर दी. जिससे गोली अनीश के पेट में लगी और वह बेहोश होकर गिर गया। इसके बाद हमलावर युवक बाइक से भाग निकले। इधर, अनीश के साथ ही उसके माता-पिता को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टर ने अनिश को मृत बता दिया।
दोस्त ने भगाने और पिस्टल छिपाने में की मदद।
SSP पहुंची गांव, जांच के लिए बनाई टीम
गोली मारकर किशोर की हत्या करने की जानकारी मिलते ही सोमवार को SSP पारुल माथुर गांव पहुंच गई। उन्होंने पुलिस अफसरों को आवश्यक दिशानिर्देश दिए। इसके साथ ही ACCU प्रभारी हरविंदर सिंह के नेतृत्व में 17 सदस्यीय टीम बनाकर आरोपियों की तलाश करने कहा।
ससुराल पहुंचे, तब परिजनों ने भगाया
वारदात को अंजाम देने के बाद दोनों युवक भागकर बलौदाबाजार पहुंच गए। बलौदाबाजार में नंदू साहू का ससुराल है। उसके ससुरालवालों को पता चला कि दोनों हत्या करके भागे हैं, तब उन्होंने उन्हें भगा दिया।
वारदात में प्रयुक्त पिस्टल बरामद।
दोस्त ने की मदद, उसने ही खोला भागने का राज
इधर, पुलिस की टीम को पता चला दोनों आरोपी बलौदाबाजार तरफ भागे हैं, तब पुलिस की अलग-अलग टीम उनकी तलाश में जुट गई। जांच के दौरान पता चला कि दोनों आरोपियों का एक दोस्त है, जो पचपेड़ी क्षेत्र में पहले उनके साथ देखा गया था और वह बलौदाबाजार के रसेड़ा का रहने वाला है। जानकारी मिलते ही टीम ने देर शाम उनके दोस्त वीर सिंह को उठा लिया। उसके पास से वारदात में उपयोग की गई बाइक मिली। उससे पुलिस ने सख्ती से पूछताछ की, तब उसने दोनों आरोपियों के भागने का राज खोल दिया।
आरोपियों की बाइक को भी पुलिस ने जब्त कर लिया है।
सारनाथ एक्सप्रेस का पीछा करते हुए आई टीम, उसलापुर में पकड़ा गया आरोपी
जब तक पुलिस उनके दोस्त वीर सिंह को पकड़ा और फरार आरोपियों की जानकारी जुटाई, तब तक काफी देर हो गई थी। दोनों आरोपी भाटापारा स्टेशन में सारनाथ एक्सप्रेस में चढ़कर निकल गए थे। इधर, पुलिस को जैसे ही पता चला कि दोनों आरोपी सारनाथ एक्सप्रेस से भाग रहे हैं, तब उन्होंने तत्काल SSP पारुल माथुर को घटना की जानकारी दी। फिर दो टीम को बिलासपुर और उसलापुर एक्सप्रेस में लगा दिया गया। बिलासपुर स्टेशन में आरोपी नहीं मिले, तब पुलिस निराश हो गई थी। लेकिन, उसलापुर में ट्रेन रूकते ही पुलिस ने सघन तलाशी ली। इस दौरान आरोपी भूपेंद्र पोर्ते को टीम ने दबोच लिया। वहीं, दूसरा आरोपी नंदू साहू ट्रेन में छिप गया था, जिसे कोटा स्टेशन से पकड़ लिया गया।
बिहार भागने वाले थे दोनों आरोपी
पुलिस ने पूछताछ के बाद हत्या के दोनों आरोपी को भगाने वाले वीर सिंह को गिरफ्तार किया है। उसने बाइक को छिपाकर अपने पास रखा था। वहीं, वारदात में प्रयुक्त 9 MM के पिस्टल को भी छिपा कर रख लिया था। पुलिस ने उसके पास से बाइक और पिस्टल बरामद किया है। पूछताछ में उसने बताया कि दोनों को वह रेलवे स्टेशन छोड़ने गया था। दोनों आरोपी बिहार भागने की फिराक में थे। बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी पहले भी बिहार में रह रहे थे।