रायपुर। छत्तीसगढ़ के मेधावी विद्यार्थियों को आज हवाई सफर कराया जा रहा है। छत्तीसगढ़ बोर्ड परीक्षा की मेरिट सूची में आये विद्यार्थियों को मुख्यमंत्री के हेलीकॉप्टर में उड़ने का मौका मिला है। सुबह 8 बजे से छात्रों को सैर कराया जा रहा है।मेरिट सूची में शामिल 125 में से 119 विद्यार्थियों के पहुंचने की खबर है। रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड हेलीपैड में सुबह से ही छात्र पहुंच गए थे।
भेंट-मुलाकात के दौरान 5 मई को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रतापपुर विधानसभा क्षेत्र में टॉपर छात्रों को हेलीकॉप्टर में घुमाने का वादा किया था। उसके बाद इसकी प्रक्रिया शुरू हुई। छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की वर्ष 2022 की वार्षिक परीक्षा में कक्षा 10वीं और 12वीं के 125 छात्र-छात्राओं ने मेरिट में जगह बनाई है। इनमें कक्षा 10वीं के 90 और कक्षा 12वीं के 35 विद्यार्थी शामिल हैं। इन सभी को हेलीकॉप्टर से सैर कराई जानी है। माध्यमिक शिक्षा मंडल के सचिव प्रो. वीके. गोयल ने बताया, मंडल की ओर से सभी विद्यार्थियों के अभिभावकों से सहमति पत्र मांगा गया था। उन्हें 119 विद्यार्थियों के अभिभावकों से सहमति पत्र मिला है। इन सभी विद्यार्थियों ने हेलीकॉप्टर से सैर करने की इच्छा जाहिर की है।
18 बार उड़ान भरेगा हेलीकॉप्टर
अधिकारियों ने बताया, मुख्यमंत्री की घोषणा पर अमल करने के लिए आठ अक्टूबर को सुबह आठ बजे से हेलीकॉप्टर से जॉय राइड कराने पर सहमति हुई थी। यह उड़ान पुलिस लाइन हेलीपैड से रायपुर शहर के ऊपर जारी है। हेलीकॉप्टर में सात सीटें हैं। इसकी वजह से एक बार में सात विद्यार्थी ही उड़ पाएंगे। ऐसे में 125 विद्यार्थियों को सैर कराने के लिए हेलीकॉप्टर 18 बार उड़ान भरेगा।
सबसे पहले इन छोटे बच्चों ने की थी हेलीकॉप्टर में सैर।
पहले भी उड़ चुके हैं रघुनाथपुर के बच्चे
भेंट-मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मेधावी विद्यार्थियों के जॉय राइड के अगले ही दिन मुख्यमंत्री ने कुछ स्कूली बच्चों को हेलीकॉप्टर से सैर कराई थी। हुआ यह कि रघुनाथनगर स्वामी आत्मानंद स्कूल में भ्रमण के दौरान एक छात्रा स्मृति ने मुख्यमंत्री से हेलीकॉप्टर में घूमने की मांग की। मुख्यमंत्री ने कहा कि जब तुम 12वीं कक्षा में टॉप करोगी, तब तुमकों हेलीकॉप्टर में बैठाएंगे। उस समय स्मृति जिद पर अड़ गई कि उसे आज ही हेलीकॉप्टर में बैठना है। मुख्यमंत्री ने उसकी जिद को पूरी करते हुए स्मृति और उसके कुछ साथियों को हेलीकॉप्टर राइड का मौका दिया था।