जांजगीर। जांजगीर-चांपा जिले के बरबसपुर के बड़ी नहर में सोमवार देर शाम एक युवक की लाश मिली। मामला अकलतरा थाना क्षेत्र का है। यहां ग्रामीणों ने देखा कि एक लाश बरबसपुर नहर में पुल के पास अटकी हुई है। तुरंत उन्होंने इसकी सूचना पुलिस को दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने नहर से लाश को बाहर निकाल पंचनामा की कार्रवाई करते हुए मंगलवार को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा।
मृतक सुमित पटेल (21 वर्ष) की पहचान उसकी जेब में मिले आधार कार्ड से हुई है। वो विजय नगर कुसमुंडा जिला कोरबा का रहने वाला था। वर्तमान में वो चैनपुर (कोरबा जिला) गांव में रह रहा था। मृतक के परिजन संतोष कुमार पटेल ने बताया कि छोटे भाई ओमप्रकाश की मौत के बाद सुमित और उसकी मां को वे अपने साथ कुसमुंडा अपने घर ले आए थे। पिता की मौत के समय सुमित की उम्र करीब 1 साल थी। अभी 2 साल पहले सुमित और उसकी मां कुसमुंडा छोड़कर चैनपुर गांव में रहने लगे थे। यहां वो पिछले 3 महीने से फ्लिपकार्ट में डिलीवरी बॉय का काम करता था।
पानी के बीच तैरता मिला शव।
रोजाना की तरह वो 2 अक्टूबर को काम पर निकला था, लेकिन वापस लौटकर नहीं आया। मां से उसी दिन शाम के साढ़े 5 बजे उसकी आखिरी बार बात हुई थी। उसने कहा था कि वो बस एक-दो घंटे में घर पहुंच रहा है। लेकिन जब वो बहुत देर बाद भी वापस नहीं लौटा, तो उसकी मां ने उसे कॉल किया, लेकिन उसका मोबाइल स्विच ऑफ बता रहा था। इसके बाद उसकी मां ने उसके दोस्तों और आसपास के लोगों से पूछताछ की, लेकिन कुछ पता नहीं चला।
कोरबा के युवक का शव जांजगीर में मिला।
परिजन संतोष कुमार पटेल ने बताया कि 3 अक्टूबर की देर शाम उन्हें अकलतरा पुलिस (जांजगीर-चांपा जिला) से सुमित की लाश मिलने की जानकारी मिली। इसके बाद वे मौके के लिए रवाना हो गए। इधर जांच अधिकारी प्रधान आरक्षक मनोज तिग्गा ने कहा कि परिजनों ने हत्या की आशंका जताई है। उन्होंने कहा कि कोरबा के ग्राम चैनपुर से अकलतरा के बरबसपुर नहर की दूरी 40 किलोमीटर है। उतनी दूर से लाश बहकर आई है।
प्रधान आरक्षक मनोज तिग्गा ने कहा कि शव के शरीर पर चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। उसके परिजनों, दोस्तों और साथ काम करने वालों से पूछताछ की जा रही है। खुदकुशी या हत्या की पुष्टि पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद ही हो सकेगी। फिलहाल जांच जारी है।