कोरबा। जिले में रविवार सुबह से भू-विस्थापित रैली निकालकर धरना-प्रदर्शन कर रहे हैं। उन्होंने SECL श्रमिक चौक से गांधी नगर मार्ग होकर बिलासपुर जाने वाले रास्ते पर चक्काजाम कर दिया है। यह विरोध-प्रदर्शन ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति दीपका के तत्वावधान में जारी है। प्रदर्शन के कारण कोल परिवहन में लगे वाहनों के पहिए थम गए हैं। प्रभावित क्षेत्र के भू-विस्थापित लगातार अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं।
भू-विस्थापितों ने कई बार आवेदन देकर SECL दीपका गेवरा प्रबंधन से ट्रांसपोर्टिंग के काम में प्राथमिकता देने की मांग की, लेकिन उस पर कोई ध्यान नहीं दिया गया। प्रबंधन की अनदेखी के कारण अनिश्चितकाल के लिए दीपका के कोल परिवहन को बंद कर दिया गया। फिलहाल SECL प्रबंधन का कोई अधिकारी चक्काजाम खत्म कराने के लिए मौके पर नहीं पहुंचा है। भू-विस्थापितों का कहना है कि कोल परिवहन के काम में लगे भू-विस्थापित परिवारों को प्राथमिकता दी जाए। उनका कहना है कि जिन भू-विस्थापितों के पास कम से कम 2 ट्रक हैं, उन्हें टोकन और खदान में एंट्री की प्राथमिकता दी जाए। कोयला लोडिंग के काम में भी उनकी भागीदारी सुनिश्चित की जाए।
ट्रकों के पहिए थमे।
विरोध-प्रदर्शन में दीपका इकाई अध्यक्ष बसंत कुमार कंवर, उपाध्यक्ष प्रकाश कोर्राम, सचिव भागीरथ यादव, उपाध्यक्ष धन बाई कंवर, सिरकी खुर्द सरपंच कांति सिंह कंवर, उप सरपंच विजय श्याम, संतोष चौहान, गजेंद्र सिंह ठाकुर, ललित महिलांगे, गोपाल बिंझवार, जितेंद्र राठौर, मुकेश यादव, संदीप कंवर, फुलेन्द्र सिंह, प्रकाश, श्याम, बसंत कुमार चंद्राकर, रामाधार यादव, संतोष कुमार, अशोक कुमार साहू, बंसीलाल नाग, बृजपाल, प्यारे लाल मरावी, धन सिंह कोर्राम, संतोष मरकाम, रिंकू राज, रामकुमार केवट समेत सैकड़ों लोग शामिल हैं।
शुक्रवार को ग्रामीणों ने ठप कर दिया था गेवरा खदान का काम
30 सितंबर को आंशिक अधिग्रहण के विरोध में गांववालों ने गेवरा खदान में काम ठप कर दिया था। इससे SECL को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ था। ऊर्जाधानी भू-विस्थापित किसान कल्याण समिति के रलिया ग्राम इकाई के आह्वान पर ग्रामवासियों ने सैकड़ों फीट नीचे खदान में उतरकर वाहनों को रोक दिया था। उन्होंने उत्पादन क्षेत्र को पूरी तरह से बंद करा दिया था। हालांकि शनिवार से गेवरा खदान में दोबारा काम शुरू किया गया है।
शुक्रवार को गेवरा खदान में रोक दिया गया था काम।
प्रमुख मांगें:-
- SECL गेवरा क्षेत्र से प्रभावित ग्राम रलिया की आंशिक अधिग्रहण को रोक लगाते हुए संपूर्ण अधिग्रहण किया जाए।
- SECL गेवरा परियोजना के खदान क्षेत्र में हेवी ब्लास्टिंग को कम क्षमता का किया जाए। हेवी ब्लास्टिंग से गिर रहे मकानों की क्षतिपूर्ति राशि दिलाई जाए।
- हाथी बाड़ी अमगांव चौक से सराईसिंगार चौक, हरदीबाजार दीपका तक बाईपास रोड पर दोपहिया मार्ग पर बड़ी-बड़ी गाड़ियों के द्वारा जाम कर दिया जाता है, जो सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है।
- ग्राम में ही स्वास्थ्य परीक्षण कर इलाज और दवाई की सुविधाएं मुहैया कराई जाए।