एरॉन फिंच और रोहित शर्मा – फोटो : सोशल मीडिया
नागपुर। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज बने रहने के लिए शुक्रवार को दूसरे टी-20 मैच में नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में उतरेगी। टीम इंडिया को मोहाली में पहले टी20 मैच में हार मिली थी। अगर वह यहां भी हार जाती है तो सीरीज गंवा देगी। भारत के लिए राहत की खबर यह है कि स्टार तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह की वापसी इस मैच में तय मानी जा रही है। सूर्यकुमार यादव ने मैच से एक दिन पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा था कि वह पूरी तरह फिट हैं और खेलने के लिए तैयार है।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के लिए बुमराह को टीम में चुना गया लेकिन टीम प्रबंधन ने उन्हें मोहाली में पहले मैच में अंतिम एकादश में नहीं रखा। इससे यह आशंका पैदा हो गई क्या वह अभी पूरी तरह से फिट हैं या नहीं। भारतीय टीम पर ऑस्ट्रेलिया से लगातार दूसरी घरेलू सीरीज गंवाने का खतरा है। ऑस्ट्रेलिया ने 2019 में विशाखापट्टनम और बेंगलुरु में हुए दो मैचों की सीरीज को 2-0 से जीता था।
नागपुर में गेंदबाजों की भुमिका अहम
विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम का विकेट मोहाली से हालांकि भिन्न होगा। विकेट के धीमे होने की संभावना है और ऐसे में गेंदबाजों की भूमिका अधिक महत्वपूर्ण बन जाती है। शाम को ओस का प्रभाव देखते हुए कोई भी टीम लक्ष्य का पीछा करना बेहतर समझेगी।
हार्दिक ने लुटाए हैं 14 ओवरों में 150 रन
भारतीय टीम अपने तेज गेंदबाजी आक्रमण को लेकर चिंतित है जिसमें ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या भी शामिल हैं। उन्होंने जो पिछले 14 ओवर किए हैं उनमें 150 रन लुटाए हैं। अनुभवी तेज गेंदबाज भुवनेश्वर कुमार डेथ ओवरों में नहीं चल पा रहे हैं। उन्होंने पाकिस्तान, श्रीलंका और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 19वें ओवर में गेंदबाजी की, लेकिन इन तीन ओवरों में उन्होंने 49 रन लुटाए। ऐसी परिस्थितियों में भारत के लिए बुमराह का फिट होना बेहद जरूरी हो गया। भारत को ऑस्ट्रेलिया में होने वाले टी-20 विश्वकप से पहले अभी पांच मैच खेलने हैं और इन मैचों में उसे अपनी सभी कमजोरियों को दूर करना होगा। भारत विश्वकप में अपना पहला मैच 23 अक्तूबर को पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगा।
स्पिनर चहल भी नहीं है लय में
एशिया कप से पहले जहां भारत के लिए शीर्ष क्रम के तीन बल्लेबाजों का रवैया परेशानी का सबब बना हुआ था वहीं अब गेंदबाजी उसके लिए चिंता का विषय बन गया है क्योंकि बल्लेबाजी के लिए अनुकूल परिस्थितियों में भारतीय गेंदबाजों की कमजोरी खुलकर सामने आई है। किसी भी तरह की परिस्थिति में भारत के मुख्य स्पिनर रहे युजवेंद्र चहल में पहले की तरह मारक क्षमता नहीं दिख रही है। पिछले कुछ मैचों में वह काफी महंगे साबित हुए हैं। उन्हें उन विकेटों पर भी अच्छा प्रदर्शन करने का तरीका ढूंढना होगा जो कि स्पिनरों के मददगार नहीं होते हैं। रविंद्र जडेजा के चोटिल होने के कारण टीम में लिए गए ऑलराउंडर अक्षर पटेल ने हालांकि पिछले मैच में तीन विकेट लेकर अपनी काबिलियत साबित की।
फील्डिंग में भी खराब प्रदर्शन
पिछले मैच में भारत की फील्डिंग भी अच्छी नहीं रही और उसने तीन आसान कैच टपकाए। इसके लिए पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री ने भी टीम की आलोचना की थी। बल्लेबाजी में आक्रामक रवैये का फायदा मिल रहा है। पिछले मैच में इसी अंदाज में बल्लेबाजी करके केएल राहुल, हार्दिक पंड्या और सूर्यकुमार यादव ने रन बटोर कर स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया था जबकि शीर्ष क्रम के बल्लेबाज रोहित शर्मा और विराट कोहली जल्दी आउट हो गए थे। टीम में फिनिशर की भूमिका निभा रहे दिनेश कार्तिक को पिछले मैच में ज्यादा मौका नहीं मिला और उन्हें यहां अधिक मौका दिया जा सकता है ताकि विश्वकप के लिए विकल्प खुले रहें।
ग्रीन पर लगाना होगा अंकुश
दूसरी तरफ ऑस्ट्रेलिया हर विभाग में सुगठित नजर आ रहा है जबकि उसकी टीम में डेविड वॉर्नर, मिशेल स्टार्क, मार्कस स्टोइनिस और मिशेल मार्श जैसे खिलाड़ी नहीं है। वॉर्नर की अनुपस्थिति में पारी का आगाज करने के लिए भेजे गए कैमरन ग्रीन ने अपनी भूमिका शानदार तरीके से निभाई जबकि अनुभवी स्टीवन स्मिथ और ऑस्ट्रेलिया की तरफ से पहला मैच खेल रहे टिम डेविड ने टीम को मजबूती प्रदान की। मैथ्यू वेड फिनिशर की अपनी भूमिका में खरे उतरे। उन्होंने 21 गेंदों पर नाबाद 45 रन बनाकर ऑस्ट्रेलिया की जीत में अहम भूमिका निभाई थी। ऑस्ट्रेलिया को हालांकि गेंदबाजी में अधिक अनुशासित प्रदर्शन करना होगा क्योंकि मोहाली में तेज गेंदबाज पैट कमिंस, जोश हेजलवुड और ग्रीन ने काफी रन लुटाए थे।
दोनों टीमों की संभावित प्लेइंग-11
भारत: रोहित शर्मा (कप्तान), केएल राहुल, विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पांड्या, दिनेश कार्तिक (विकेटकीपर), अक्षर पटेल, हर्षल पटेल, भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और युजवेंद्र चहल।
ऑस्ट्रेलिया: एरॉन फिंच (कप्तान), कैमरून ग्रीन, स्टीव स्मिथ, ग्लेन मैक्सवेल, टिम डेविड, जोश इंगलिस, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), पैट कमिंस,नाथन एलिस, एडम जम्पा, जोश हेजलवुड।