नई दिल्ली। एशिया कप में मिली हार के बाद भारतीय टीम घरेलू मैदान पर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मंगलवार (20 सितंबर) को उतरी। घर में टीम इंडिया से जीत की उम्मीद थी, लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 208 रन बनाने के बाद भारतीय टीम को चार विकेट से हार का सामना करना पड़ा। इस हार के बाद ऐसा लगा कि टीम एशिया कप वाली गलतियों से सीख नहीं ले पाई। खराब गेंदबाजी और घटिया फील्डिंग के कारण टीम को इस मैच में हार का सामना करना पड़ा।
मैच में क्या हुआ?
टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करते हुए भारत ने 20 ओवर में छह विकेट गंवाकर 208 रन बनाए। हार्दिक पांड्या ने 30 गेंदों में 71 रन की नाबाद पारी खेली। जवाब में ऑस्ट्रेलिया ने 19.2 ओवर में छह विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया। कैमरून ग्रीन ने 30 गेंदों में 61 रन और मैथ्यू वेड ने 21 गेंदों में 45 रन की नाबाद पारी खेली। इस जीत के साथ ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है। अगला मैच 23 सितंबर को नागपुर के विदर्भ क्रिकेट एसोसिएशन स्टेडियम में खेला जाएगा।
टर्निंग पॉइंट
वेड को मिला जीवनदान: 18वें ओवर की दूसरी गेंद पर हर्षल पटेल ने मैथ्यू वेड को जीवनदान दे दिया। वेड उस समय 23 रन बनाकर नाबाद थे। अगर वहां पर वेड आउट हो जाते तो आखिरी ओवरों में ऑस्ट्रेलिया दबाव में आ जाती। उस समय कंगारू टीम को जीत के लिए 11 गेंद पर 34 रन बनाने थे। वेड ने कैच छूटने के बाद तेजी से रन बनाए और मैच को फिनिश किया।
भारत की हार के बाद मैच से निकले मुख्य बिंदु:
गेंदबाजों को करना होगा सुधार: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में छह गेंदबाजों का इस्तेमाल किया। इनमें से पांच ने 11 से ज्यादा की इकोनॉमी रेट से रन लुटाए। सिर्फ अक्षर पटेल ने ही पांच से कम की इकोनॉमी से रन दिए। अक्षर ने चार ओवर में 17 रन देकर तीन विकेट लिए। वहीं, भुवनेश्वर कुमार ने चार ओवर में 52 रन लुटाए। उमेश यादव ने दो ओवर में 27 रन देकर दो विकेट लिए। युजवेंद्र चहल ने 3.2 ओवर में एक विकेट लेकर 42 रन दिए। हर्षल पटेल ने चार ओवर में 49 और हार्दिक पांड्या ने दो ओवर में 22 रन लुटाए।
डेथ ओवर में गेंदबाजी बनी समस्या: एशिया कप में भारत की सबसे बड़ी कमजोरी डेथ ओवर में गेंदबाजी थी। वह समस्या मोहाली में भी दिखी। चोट के बाद वापसी करने वाले हर्षल ने अंतिम ओवरों में जमकर रन लुटाए। यही हाल अनुभवी भुवनेश्वर कुमार का रहा। दोनों ने आठ ओवर में मिलकर 101 रन दे दिए। उन्हें सफलता भी नहीं मिली। भारत को इस मैच में जसप्रीत बुमराह और अर्शदीप सिंह की कमी खेली। अर्शदीप ने एशिया कप में प्रभावित किया था।
खराब फील्डिंग को करना होगा ठीक: हाल के दिनों में ऐसा कम ही मौकों पर देखा गया है कि भारतीय टीम ने खराब फील्डिंग की हो। इस मैच में टीम इंडिया की फील्डिंग को देखकर ऐसा लगा कि कोई क्लब की टीम मैदान पर खेल रही हो। भारतीय खिलाड़ियों ने तीन आसान कैच छोड़े। आठवें ओवर की तीसरी गेंद पर अक्षर पटेल ने हार्दिक पांड्या की गेंद पर कैमरून ग्रीन का कैच छोड़ा। नौवें ओवर की पांचवीं गेंद पर केएल राहुल ने अक्षर पटेल की गेंद पर स्टीव स्मिथ का कैच टपका दिया। 18वें ओवर में गेंदबाजी कर रहे हर्षल पटेल ने दूसरी गेंद पर मैथ्यू वेड का आसान कैच छोड़ दिया। भारत को टी20 वर्ल्ड कप से पहले फील्डिंग पर खास ध्यान देना होगा। अगर ऐसा नहीं हो पाता है तो टीम को बड़ा नुकसान हो सकता है।
रोहित शर्मा का खराब फॉर्म जारी: भारतीय कप्तान रोहित शर्मा इस मैच में 11 रन बनाकर आउट हो गए। उन्होंने नौ गेंदों की पारी में एक चौका और एक छक्का लगाया। रोहित का हालिया फॉर्म अच्छा नहीं रहा है। इस साल 18 टी20 मैचों की 18 पारियों में 434 रन बनाए हैं। उनका औसत 25.52 का रहा है। रोहित का स्ट्राइक रेट 142.76 का रहा। उनके बल्ले से सिर्फ दो अर्धशतक निकले हैं। रोहित पिछली 10 पारियों में सिर्फ दो बार 50 का आंकड़ा पार कर पाए हैं। टीम इंडिया को उनसे छोटी नहीं, बड़ी पारियों की आवश्यकता है। कप्तान को इस पर ध्यान देना होगा।