दुर्ग। नंदनी पुलिस ने नव विवाहिता द्वारा आत्मदाह करने के मामले की गुत्थी सुलझा ली है। पुलिस ने इस मामले में खुदकुशी के लिए मजबूर करने वाले पति, सास, ससुर और ननंद को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार किए गए ससुराली शादी के 1 माह बाद से ही महिला को दहेज के नाम पर प्रताड़ित करते थे।
नंदिनी टीआई राजेश मिश्रा ने बताया कि 17 अगस्त को नव विवाहिता राधिका गायकवाड़ ने अपने ससुराल ग्राम पिटौरा में आग लगाकर खुदकुशी कर ली थी। जांच में पता चला कि उसकी शादी को मात्र 5 महीने ही हुए थे। ससुराल वाले शादी के एक महीने बाद से ही उसे कम दहेज लाने के नाम पर प्रताड़ित करने लगे थे।
राधिका के पिता ने संदेह जताया था कि उसकी बेटी की हत्या की गई है। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी खुदकुशी नहीं कर सकती है। उसे शादी के एक महीने बाद से पति, सास, ससुर और ननंद और दहेज लाने के लिए दबाव बना रहे थे। दहेज न लाने के चलते वह लोग उसे शारीरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित करते थे। उन्होंने राधिका को आत्महत्या करने के लिए मजबूर किया।
इन लोगों को गिरफ्तार कर भेजा गया जेल
पुलिस ने राधिका के के पति टूमन लाल, ससुर धरमदास उर्फ बंगू, सास दुरपति गायकवाड़ और ननंद ज्योति गायकवाड़ को गिरफ्तार किया है। ये सभी दहेज में मोटर साइकिल नहीं देने की बात पर राधिका को आये दिन मानसिक व शारीरिक रूप से प्रताड़ित करते थे। इससे तंग आकर राधिका ने आग लगाकर कर आत्महत्या कर ली थी।