भारत के 5 खिलाड़ी जिन्हें कभी नहीं भूलता पाकिस्तान: इरफान पठान ने टी-20 वर्ल्ड कप छीना, अजय जडेजा ने एक ओवर में बनाए थे 23 रन 

नई दिल्ली। क्रिकेट फील्ड में जब भी भारत और पाकिस्तान की टीमें आमने-सामने होती हैं, तो दोनों ही देशों की भावनाएं अपने चरम पर रहती हैं। दोनों टीमों के बीच मैच में जो खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन कर जाता है, वह रातों-रात स्टार बन जाता है। आज रात 7:30 बजे एशिया कप में क्रिकेट की ये दोनों महाशक्तियां आमने-सामने होंगी। इस महामुकाबले से पहले आपको कुछ ऐसे भारतीय खिलाड़ियों के बारे में बताते हैं, जो पाकिस्तान के खिलाफ अक्सर धमाकेदार प्रदर्शन करते रहे हैं।

5. इरफान पठान

पाकिस्तान के पूर्व दिग्गज खिलाड़ी जावेद मियांदाद ने 2006 में स्विंग के सुपरस्टार माने जाने वाले इरफान पठान को लेकर कह दिया था कि इरफान जैसे गेंदबाज पाकिस्तान की गली-गली में मिलते हैं। इरफान ने मियांदाद को कोई जवाब नहीं दिया और वो खामोश रहे, लेकिन कराची में खेले गए टेस्ट मैच के पहले ही ओवर में इस गेंदबाज ने हैट्रिक लेकर उनकी बोलती बंद कर दी थी। इरफान ने मैच के पहले तीन गेंद पर सलमान बट्ट, मोहम्मद युसूफ और यूनुस खान का विकेट लिया। पठान भारत के लिए टेस्ट मैच में हैट्रिक लेने वाले पहले तेज गेंदबाज थे।

पठान सिर्फ एक मैच में ही अच्छा नहीं खेले। 2007 के टी-20 वर्ल्ड कप फाइनल में उन्होंने पाकिस्तान के बल्लेबाजों को टिकने ही नहीं दिया। इरफान ने इस मैच में 16 रन देकर 3 विकेट लिए थे और भारत को वर्ल्ड चैंपियन बनाया था। पठान जब-जब पाकिस्तान के खिलाफ खेलते थे, उनका प्रदर्शन कमाल का रहता था।

4. विराट कोहली
भारत और पाकिस्तान के बीच टी-20 मुकाबलों के सबसे बड़े खिलाड़ी टीम इंडिया के पूर्व कप्तान विराट कोहली हैं, क्योंकि दोनों टीमों के बीच सबसे ज्यादा रन कोहली ने ही बनाए हैं। उन्होंने सात मैच पाकिस्तान के खिलाफ खेले हैं। 2012 से लेकर 2021 तक कोहली ने पाकिस्तान के खिलाफ 77.75 की शानदार औसत से 311 रन बनाए हैं। इस दौरान उनके बल्ले से 3 अर्धशतक निकले हैं और उनका बेस्ट स्कोर नाबाद 78 रन है।

2021 के टी-20 वर्ल्ड कप में भी जब पाकिस्तान के खिलाफ भारत का टॉप ऑर्डर फ्लॉप रहा था, तब कोहली ही थे जिन्होंने 57 रन की शानदार पारी खेलकर टीम को 151 रन के सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया था। हालांकि हम वह मुकाबला हार गए थे।

3. अजय जडेजा
9 मार्च 1996 को भारत और पाकिस्तान के बीच खेले गए क्वार्टर फाइनल में अजय जडेजा ने शानदार पारी खेली थी। मैच में टीम इंडिया पहले बैटिंग कर रही थी। 47 ओवर में टीम इंडिया ने 236 रन बनाए थे। टीम के 6 विकेट गिर चुके थे। पाकिस्तान के खतरनाक गेंदबाजों में से एक वकार यूनुस मैच में कमाल की गेंदबाजी कर रहे थे, लेकिन अजय जडेजा ने उनकी जमकर खबर ली थी।

इस मैच में जडेजा ने 25 गेंद में 45 रन बनाए थे। उन्होंने 4 चौके और 2 छक्के जड़े। उनका स्ट्राइक रेट 180 का था। जडेजा ने वकार के एक ओवर में 23 रन बनाए थे। ओवर की पहली गेंद पर तीन रन लेने के बाद अजय ने अगली चार गेंद पर दो चौके और दो छक्के लगाए। आखिरी गेंद पर वह आउट हो गए, लेकिन इससे पहले भारत को बड़े स्कोर तक पहुंचा दिया। टीम इंडिया ये मैच 39 रन से जीत गई।

2. वेंकटेश प्रसाद 
टीम इंडिया के पूर्व तेज गेंदबाज वेंकटेश प्रसाद पाकिस्तान के खिलाफ हमेशा आक्रामक अंदाज में नजर आते थे। 1996 वर्ल्ड कप में आमिर सोहेल के विकेट का किस्सा दोनों ही देशों के क्रिकेट प्रेमियों की आंखों में बसता है। जिस तरह चौका खाने के बाद अगली ही गेंद पर उन्होंने सोहेल को बोल्ड मारा था, वह देखने लायक था। इस मैच में वेंकटेश ने तीन विकेट लिए और भारत ने मैच 39 रन से जीता। 1999 के वर्ल्ड कप में एक बार फिर इस खिलाड़ी ने पाकिस्तान की हालत खस्ता कर दी थी।

टीम इंडिया ने मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 50 ओवर में 227 रन बनाए। पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइन अप के लिए ये टारगेट चेज करना एकदम आसान लग रहा था, लेकिन वेंकटेश प्रसाद उस दिन अलग ही रंग में थे। पाक के सबसे खतरनाक बल्लेबाज सईद अनवर को उन्होंने 36 रन पर आउट कर दिया। फिर सलीम मलिक, इंजमाम उल हक, मोईन खान और वसीम अकरम को आउट कर वेंकटेश ने पूरे पाकिस्तान के मध्यक्रम की कमर तोड़ दी। मैच में उन्होंने 27 रन देकर 5 विकेट झटके और मैन ऑफ द मैच बने।

1. लक्ष्‍मीपति बालाजी
लक्ष्मीपति बालाजी पाकिस्तान के खिलाफ अपनी दमदार गेंदबाजी के लिए जाने जाते थे। बालाजी के खेल और उनकी मुस्‍कान ने पाकिस्‍तानी फैंस को अपना दीवाना बना दिया था। 2004 की वनडे सीरीज के आखिरी दो मैचों में बालाजी ने 5 विकेट झटके और भारत की सीरीज जीत में अहम भूमिका निभाई।

सीरीज के पांचवें वनडे में बालाजी ने शोएब अख्तर की गेंद पर जबरदस्‍त छक्का लगाया था, जिसे देख फैंस खुशी से चीख पड़े थे। 2012 के टी-20 वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ भी इस खिलाड़ी ने कमाल की गेंदबाजी की थी। इस मैच में पाकिस्तान की टीम सिर्फ 128 रन पर ऑल-आउट हो गई थी। बालाजी ने मैच में 22 रन देकर 3 विकेट चटकाए थे।