मजदूरों के पास से बरामद की गई सोने की गिन्नियां
धार। धरती सोना उगलती है ये तो आपने कई बार सुना होगा, लेकिन मध्यप्रदेश के धार जिले में ये कहावत सच होती नजर आई है। यहां एक जर्जर भवन की खुदाई में मजदूरों को एक ऐसा खजाना मिला, जिससे उनकी किस्मत खुल गई। लेकिन खजाने का ये राज ज्यादा दिनों तक छिप नहीं सका और पुलिस ने खजाने के राज से पर्दा उठाते हुए खजाने को आपस में बांटने वाले मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया।
दरअसल धार में एक जर्जर मकान की खुदाई का काम करने वाले मजदूरों को काम के दौरान सोने के आभूषणों और गिन्नियों से भरी मटकी मिली। दो अलग अलग मटकियों में मजदूरों को 100 से ज्यादा गिन्नियां और सोने की चैन मिली। एक साथ इतना बड़ा खजाना देख मजदूरों के मन में लालच जाग उठा और उन्होंने बिना मकान मालिक को बताए इसे आपस में बांट लिया। कुछ दिनों तक तो मजदूर सोना बेचकर खुशी-खुशी दिन गुजार रहे थे, लेकिन उनके बेतहाशा खर्चों ने उन्हें पुलिस के निशाने पर ला दिया। जब मजदूरों ने खजाने के राज से पर्दा उठाया तो लोग हैरान रह गए, वहीं, उससे भी ज्यादा हैरानी की बात ये है कि जिस घर में खुदाई की जा रही थी, मकान मालिक उसी घर के दूसरे हिस्से में रह रहा था और उसे घर में खजाना मिलने की खबर तक नहीं हुई। जर्जर भवन तोड़ते समय मजदूरों को एक करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत की सोने की 103 गिन्नियां व जेवर मिले थे, जिसे मजदूरों ने गुपचुप तरीके से आपस में बांट लिया था।
पुलिस ने आठ मजदूरों को गिरफ्तार किया है
ऐसे खुला खजाने का राज
धार जिले में नालछा दरवाजा इलाके के पास चिटनीस चौक में शिवनारायण राठौड़ का मकान तोड़ने का काम चल रहा था। जिस मकान को तोड़ने का काम चल रहा था, उसी के दूसरे हिस्से में परिवार रहता है। मकान को गिराने और खुदाई का काम करीब एक महीने से चल रहा था। एक मजदूर के पास अचानक पैसे आने की खबर के बाद पुलिस को खजाने के बारे में पता चला, शक के आधार पर पुलिस ने मजदूरों के ठेकेदार सुरेश को उसके गांव से गिरफ्तार किया। पुलिस पूछताछ में सुरेश ने खजाने के बारे में जानकारी दी।
पहली बार मिली थी 39 गिन्नियां
मकान में काम करने वाले ठेकेदार सुरेश ने पुलिस को बताया कि उसे पहली बार जन्माष्टमी के दिन सोने की गिन्नियां एक दीवार को तोड़ते समय मिली थी। गिन्नियां एक मिट्टी के घड़े में थी, जो कि सब्बल लगने से टूटा था। मिट्टी के घड़े से सबसे पहले 39 गिन्नियां मिली थी, जिसे सुरेश ने सोहन और बर्मा नाम के दो अन्य मजदूरों के साथ बांटा था।
दो दिन बाद फिर से मजदूरों को दीवार की खुदाई के दौरान एक लोहे का कलश मिला, जिसमें सोने की गिन्नियां, 4 तोले की चेन और सोने का एक टुकड़ा मिला। खजाने से निकली सभी चीजों को मजदूरों ने बिना मकान मालिक को जानकारी दिए धार के दशहरा मैदान की पहाड़ी पर जाकर बांट लिया। पहली बार खजाना तीन लोगों के बीच में बांटा गया था, लेकिन दूसरी बार हिस्सेदार बढ़ गए।
वह घर जिसमें खजाना मिला
आठ मजदूर गिरफ्तार
मामले की जानकारी देते हुए TI समीर पाटीदार ने बताया कि शुक्रवार को मकान की खुदाई करने वाले और खजाने को आपस में बांटने वाले आठ मजदूरों को गिरफ्तार कर लिया है। मामले में धार के एक व्यापारी का नाम भी सामने आया है, जिसे पुलिस हिरासत में ले सकती है। फिलहाल मजदूरों से 103 गिन्नियों के मिलने की जानकारी मिली है, लेकिन पुलिस को संख्या ज्यादा होने की आशंका है।
वहीं, एडिशनल SP देवेंद्र पाटीदार ने बताया कि मकान मालिक को घर में मिले खजाने की जानकारी नहीं थी। बाद में मजदूरों के बारे में जानकारी जुटाई गई। तो एक मजदूर सुरेश के बारे में पता चला। पुलिस ने उसे उसके गांव हिम्मतगढ़ से गिरफ्तार कर पूछताछ की। सुरेश मजदूरों का ठेकेदार है। सबसे पहले उसे ही गिन्नियां मिली थीं।
मजदूरों के पास से मिले सिक्के
ज्यादा हो सकती है गिन्नियों की संख्या
मजदूरों ने खजाने से मिले धन को बेतहाशा खर्च करना शुरू किया। एक मजदूर बर्मा पिता रामा ने अपनी पूरी उधारी चुका दी। साथ ही उसने एक नई बाइक भी खरीद ली। मजदूरों के पास अचानक पैसा आने और खजाना मिलने की खबर पुलिस को इसके बाद मिली। पुलिस ने फिलहाल मजदूरों के पास से सोने की 103 गिन्नियां बरामद की हैं, जिसमें बर्मा, सुरेश और सोहन से 21-21 सोने की गिन्नियां बरामद की हैं। साथ ही बर्मा के पास से सोने की चेन भी मिली है। वहीं, सोहन, दिनेश, मनीष, धर्मेंद्र और जितेंद्र के पास से 8-8 गिन्नियां बरामद की गईं। पुलिस ने गिन्नियों की संख्या ज्यादा होने की आशंका जताई है।