रायपुर। प्रदेश में अब तक मानसूनी बारिश 92 फीसदी हो चुकी है। मानसूनी सीजन 30 सितंबर तक रहता है। ऐसे में बाकी 34 दिनों में सामान्य से ज्यादा बारिश होने की संभावना है। पिछले 2 दिनों से बारिश की गतिविधियां कम हुई है। इसके बावजूद प्रदेश में सामान्य से 14 फीसदी ज्यादा पानी गिर चुका है।
मानसून द्रोणिका के असर से 28 अगस्त को प्रदेश के विभिन्न स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी। वहीं एक-दो स्थानों पर भारी बारिश के आसार है। कुछ स्थानों पर प्राकृतिक बिजली गिरने की भी आशंका है। प्रदेश में शनिवार तक 890.6 मिमी की तुलना में 1011 मिमी पानी गिर चुका है। बीजापुर में सामान्य से 96 फीसदी ज्यादा पानी गिरा है, जो सामान्य से काफी ज्यादा है।
वहीं 15 जिलों में सामान्य से ज्यादा, 6 जिलों में सामान्य व 5 जिलों में कम पानी गिरा है। उत्तर छत्तीसगढ़ के तीन जिलों में सामान्य से काफी कम पानी गिरा है। सरगुजा जिले में 49 फीसदी, जशपुर में 36 व कोरिया जिले में सामान्य से 28 फीसदी कम बारिश हुई है।
इससे धान की फसल प्रभावित हुई है। किसानों के सामने सूखे का संकट है। मौसम विज्ञान केंद्र लालपुर के मौसम विज्ञानियों के अनुसार मानसून द्रोणिका हिमालय के तराई में स्थित है। वहीं एक ऊपरी हवा का चक्रवात दक्षिण-पश्चिम बिहार व उसके आसपास 3.1 किमी की ऊंचाई पर बना है। इसके असर से रविवार को अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होगी।
पिछले 24 घंटे में भैयाथान में 3 सेमी पानी बरसा
प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हुई। पिछले 24 घंटे में भैयाथान में 3 सेमी पानी गिरा है। करतला व ओड़गी में 2, प्रतापपुर में 1 सेमी बारिश रिकार्ड की गई। कुछ स्थानों पर इससे कम पानी गिरा है। रविवार को राजधानी में शाम या रात में हल्की बारिश होने की संभावना है।