रांची। झारखंड में सियासी उठापटक के बीच शनिवार को सीएम हाउस में महागठबंधन के विधायकों की बैठक खत्म हो गई है। 3 लग्जरी बसों से विधायकों को सीएम हाउस से कहीं और शिफ्ट किया जा रहा है। बसों में कांग्रेस और JMM के विधायक सवार हैं। तीनों बसों को पुलिस सुरक्षा में ले जाया जा रहा है। पीछे से सीएम हेमंत सोरेन का काफिला भी चल रहा है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस अपने विधायकों को यहां से छत्तीसगढ़ शिफ्ट कर सकती है। सीएम हाउस की सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
बैठक में पहले ही विधायक बैग लेकर पहुंचे थे। मांडर से कांग्रेस की विधायक शिल्पी नेहा तिर्की ने कहा कि हर परिस्थिति के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इसलिए बैग लेकर आए हैं। अगर यहां रखा जाएगा तो यहीं रहेंगे। सीएम हाउस में रहने को कहा जायेगा तो वहां रहेंगे। अभी कोई जानकारी नहीं है। जैसा कहा जायेगा वैसा करना होगा।
हेमंत सोरेन के छोटे भाई और दुमका विधायक बसंत सोरेन भी मीटिंग में पहुंचे थे। कहा जा रहा है कि उन्हीं के नेतृत्व में विधायक शिफ्ट होंगे। हालांकि मंत्री चंपई सोरेन ने विधायकों के कहीं भी जाने से इनकार किया है।
इधर, CM हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द करने का नोटिफिकेशन शनिवार को किसी भी समय चुनाव आयोग की तरफ से जारी किया जा सकता है। राज्यपाल रमेश बैस ने CM हेमंत सोरेन की विधायकी रद्द कर दी है। चुनाव आयोग (EC) की ओर से भेजी गई अनुशंसा पर के बाद उन्होंने ये कार्रवाई की है।
झारखंड सरकार को गिराने की 2 बार हो चुकी है साजिश
21 जुलाई 2021 को भी झारखंड सरकार को गिराने की कोशिश की गई थी। इस मामले में तब 3 लोगों को गिरफ्तार किया गया था। तब पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया था कि साजिश में प्रदेश के 3 विधायक, 2 पत्रकार और दलाल शामिल थे। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक दिल्ली में तीनों विधायकों से रुपए के लेनदेन की बात हुई थी।
30 जुलाई 2022 को 45 लाख कैश के साथ कांग्रेस के तीन विधायक को हावड़ा में गिरफ्तार किया गया था। इनके खिलाफ कांग्रेस के ही विधायक अनूप सिंह ने कांग्रेस के तीनों विधायकों के खिलाफ थाने में लिखित शिकायत दर्ज कराई और यह भी कहा है कि तीनों विधायकों ने उनसे संपर्क किया था। 10 करोड़ रुपए और मंत्री पद का ऑफर झारखंड सरकार को गिराने के लिए दिया था।
लातेहार के मनिका से विधायक रामचंद्र सिंह की गाड़ी में लाल रंग का बैग रखा हुआ था।
इधर, BJP का दावा है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ केस दर्ज करने की भी तैयारी है। BJP का कहना है कि अगर उनकी विधायकी जाती है तो उनके ऊपर केस दर्ज करने पर भी फैसला हो सकता है।