सूरजपुर। जिले के ओडगी क्षेत्र में तीन नाबालिगों ने मध्यप्रदेश से अपने दोस्त को घुमाने के नाम पर साजिश के तहत साथ ले आए। उसके बाद उसे बंधक बना लिए और उसके पिता को नक्सली बनकर फोन कर 10 लाख रुपए मांगने लगे। रुपए नहीं देने पर उन्होंने उसकी हत्या कर लाश खाई में फेंक दी। मामले में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
जानकारी के अनुसार छत्तीसगढ़ मध्य प्रदेश सीमा से लगे विन्ध्यनगर थाना क्षेत्र के जयंत चौकी सिम्पलेक्स कॉलोनी निवासी 17 वर्षीय अरमान खान 17 अगस्त से घर से लापता था, जिसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट उसके परिजन ने जयंत चौकी में दर्ज करा दी और बताया कि उनके पास नक्सलियों का फोन आया है।
इस पर पुलिस ने मोबाइल नंबर ट्रेस करना शुरू किया। शनिवार की रात अरमान का शव चांदनी बिहारपुर के बाक घाट जंगल में एक झरने के समीप खाई में मिला। पुलिस ने रात में शव को अपने कब्जे में लेकर जिला चिकित्सालय में रखवा दिया। पुलिस का कहना है कि अरमान के परिजन को करीब 10 लाख रुपए मुआवजा मिला था। इससे अरमान ने एक नई बाइक सहित कुछ अन्य कीमती सामान खरीदा था।
इससे उसके दोस्तों को भी उन रुपयों का लालच आ गया और वे प्लान के तहत उसे घुमाने लेकर आ गए। पूछताछ में आरोपी नाबालिगों ने बताया कि इसके कारण उन्होंने अरमान के पिता से 10 लाख रुपए डिमांड किया और जब रुपए नहीं मिला तो डर से उन्होंने उसकी हत्या कर दी और शव को खाई में फेंक दिया। तीनों नाबालिग आरोपी में एक बिहारपुर क्षेत्र और दो एमपी के तियरा व सरसवाह के रहने वाले हैं।