रायपुर। छत्तीसगढ़ में भारी से अति भारी बरसात का नया ऑरेंज अलर्ट जारी हुआ है। मौसम विभाग के मुताबिक अगले 24 घंटों में रायपुर, दुर्ग और बस्तर संभाग के कई जिलों में भारी से अति भारी वर्षा हो सकती है। एक-दो स्थानों पर आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है। वहीं बिलासपुर के जांजगीर-चांपा में भारी वर्षा और वज्रपात का यलो अलर्ट जारी किया गया है। भारी बरसात की वजह से राजनांदगांव मेडिकल कॉलेज अस्पताल में पानी घुस गया है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक, अगले 24 घंटों में प्रदेश के बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, सुकमा, कोण्डागांव, कांकेर, नारायणपुर, धमतरी, महासमुंद, राजनांदगांव, बालोद, गरियाबंद, रायपुर, दुर्ग, कबीरधाम, बलौदा बाजार-भाटापारा, बेमेतरा, जांजगीर-चांपा और उससे लगे जिलों में एक-दो स्थानों पर गरज-चमक के साथ भारी वर्षा और वज्रपात की संभावना है। इसके बाद नदी-नालों के कैचमेंट एरिया, निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है।
नगरी के पास सिंदूर नदी में यह ट्रक पलटकर बह गया।
मौसम विभाग ने कहा है कि इस बरसात से नहरों का प्रभाव बढ़ सकता है। खेत डूब सकते हैं और फसलें जलमग्न हो सकती हैं। रेलवे और सड़क परिवहन पर भी जलजमाव का असर हो सकता है। ऐसे क्षेत्रों में सतर्क रहने को कहा गया है।
नदी में बह गया पेंट से भरा ट्रक
धमतरी के नगरी के पास सिंदूर नदी में पेंट से भरा एक ट्रक बह गया। पेंट लेकर आंध्र प्रदेश से रायपुर आ रहे ट्रक ने पानी भरे पुल को पार करने की कोशिश की थी। ड्राइवर बाढ़ के तेज बहाव में ट्रक को संभाल नहीं पाया और ट्रक नदी में पलट गया। आसपास मौजूद ग्रामीणों ने किसी तरह ड्राइवर और उसके सहयोगी को बचा लिया। लेकिन पूरा ट्रक और उसपर लदा माल नदी में बह गए।
रायपुर में रुक-रुक कर दिन भर बरसात होती रही।
रायपुर-माना में हुई भारी बरसात
रायपुर में सोमवार रात से बरसात जारी है। मंगलवार को सुबह 8.30 बजे तक 27.8 मिलीमीटर बरसात हो चुकी थी। माना में सुबह 8.30 बजे तक 78.9 मिलीमीटर वर्षा रिकॉर्ड हुई। बरसात दिन भर होती रही। मौसम विभाग ने शाम 5.30 बजे रायपुर में 69.2 मिमी और माना में 63 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की है। यह अगस्त महीने की सबसे भारी बरसात रही है। शाम को राजनांदगांव में 82 मिमी बरसात दर्ज हुई है। वहीं 25.7 मिमी, जगदलपुर में 11.7 और अंबिकापुर में 4.3 मिमी वर्षा दर्ज हुई है। बिलासुपर और पेण्ड्रा रोड में भी बरसात है।
बस्तर क्षेत्र के तुमगांव में भारी बरसात के तुरंत बाद का नजारा ऐसा दिखा।
अभी यह मौसमी तंत्र सक्रिय है
मौसम विज्ञानी एच.पी. चंद्रा ने बताया, मानसून द्रोणिका नलिया, अहमदाबाद, इंदौर, मंडला, रायगढ़, निम्न दाब के केंद्र और उसके बाद दक्षिण पूर्व की ओर उत्तर अंडमान सागर तक 1.5 किलोमीटर ऊंचाई तक फैली है। एक अवदाब तटीय उड़ीसा और उससे लगे उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी में स्थित है। इसके साथ ही ऊपरी हवा का चक्रवाती घेरा 7.6 किलोमीटर की ऊंचाई तक विस्तारित है। इसके पश्चिम-उत्तर-पश्चिम दिशा में आगे बढने की सम्भावना है।
रायपुर मौसम विज्ञान केंद्र ने गुरुवार को भी भारी बरसात की संभावना जताई है।
बुधवार को मध्य छत्तीसगढ़ में जमकर बरसात
मौसम विभाग के मुताबिक 10 अगस्त को प्रदेश के अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा होने अथवा गरज-चमक के साथ छीटें पडने की सम्भावना है। प्रदेश में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने तथा एक दो स्थानों पर अति भारी वर्षा होने की भी सम्भावना बन रही है। भारी तथा अति भारी वर्षा का क्षेत्र मुख्यतः मध्य छत्तीसगढ़ रहने की सम्भावना है। इसी क्षेत्र में रायपुर, दुर्ग और बिलासपुर संभाग का सबसे बड़ा खेतिहर इलाका आता है।