राजगढ़। मध्यप्रदेश के राजगढ़ में कर्ज के जाल से बाहर निकलने के लिए पति ने खतरनाक साजिश रची। उसने पहले पत्नी का बीमा करवाया, फिर 5 लाख की सुपारी देकर बदमाशों से उसकी हत्या करा दी। इससे पहले कि आरोपी बीमा की रकम हासिल कर पाता, पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए आरोपी के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
राजगढ़ के एडिशनल SP मनकामना प्रसाद ने बताया कि राजगढ़ के कुरावर जोड़ में 26 जून को पूजा मीणा की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच में पता चला है कि साजिश रचने वाला उसका पति बद्रीप्रसाद मीणा है। उसने न केवल शातिराना अंदाज में पूजा की हत्या करवाई, बल्कि मौसेरे भाइयों को इस मामले में फंसाने की भी कोशिश की।
आरोपी पर 40 से 50 लाख का कर्ज है
बद्रीप्रसाद पर 40 से 50 लाख रुपए का कर्ज है। उसने अपनी पत्नी पूजा का 35 लाख रुपए का बीमा कराया। इसके बाद बीमा की राशि हासिल करने के लिए पत्नी की हत्या की साजिश रची। हत्या के लिए गोलू मीणा, शाकिर शाह और हुनरपाल सिंह को 5 लाख रुपए में पत्नी की सुपारी दे दी। तीनों ने गोली मारकर पूजा की हत्या कर दी।
यूट्यूब पर बीमा रकम पाने के तरीके खोजे
आरोपी ने बीमा की रकम जल्द पाने के तरीके खोजने के लिए गूगल और यूट्यूब पर वीडियो सर्च किए थे। वह जानना चाहता था कि किन हालातों में पैसा जल्दी मिल जाता है। खास बात ये है कि सुपारी के 5 लाख रुपए का इंतजाम भी आरोपी ने उधार लेकर ही किया था। पुलिस ने बद्रीप्रसाद और हुनरपाल सिंह को गिरफ्तार कर लिया। गोलू और शाकिर फरार हैं। ये दोनों हिस्ट्रीशीटर हैं।
गोली लगने से पूजा की मौत के बाद आरोपी उसे अस्पताल भी लेकर पहुंचा था।
पत्नी को बाइक से शहर के बाहर ले गया
26 जुलाई को वारदात वाली रात 9:30 बजे बद्रीप्रसाद, पूजा को बाइक पर बैठाकर लेकर गया। साजिश के हिसाब से बद्रीप्रसाद ने कुरावर थाना इलाके के माना जोड़ के पास बाइक खराब होने का बोल कर रोक दी। वह बाइक ठीक करने का बहाना करने लगा और पत्नी को सड़क पर बैठने को कहा। जैसे ही पूजा सड़क पर बैठी, आसपास छिपे गोलू, शाकिर, हुनरपाल ने कट्टे से उसे गोली मार दी।
शक न हो, इसलिए मारपीट के निशान बनवाए
पत्नी की हत्या करवाने के बाद बद्रीप्रसाद ने साथियों से कहकर अपनी कमर पर डंडे से मारने के निशान बनवाए। हत्या की पूरी फिल्मी कहानी रच डाली। बद्रीप्रसाद ने पुलिस को घटना की गलत जानकारी देते हुए मौसेरे भाई समेत चार लोगों पर झूठा आरोप लगा दिया, ताकि वह बीमा की रकम जल्द हासिल कर सके।
आरोपी ने मौसेरे भाइयों को हत्या में फंसाने की कोशिश की, लेकिन उसका झूठ पकड़ा गया।
मोबाइल लोकेशन से आरोपी का झूठ पकड़ा गया
घटना के बाद बद्रीप्रसाद की रिपोर्ट पर पुलिस ने चार बेगुनाह लोगों पर केस दर्ज कर लिया था। पुलिस ने वारदात के समय की चारों आरोपियों की मोबाइल लोकेशन निकाली। दो लोगों की लोकेशन गांव में निकली। एक व्यक्ति की लोकेशन रतलाम में मिली। इससे ये पता लगा कि ये आरोपी नहीं है।
इसके बाद पुलिस ने पूजा के पति बद्रीप्रसाद मीणा की सीडीआर निकाली। हत्या वाले दिन उसकी किस-किस से बात हुई, जिसमें पता चला कि पत्नी की हत्या से पहले बद्रीप्रसाद की तीन लोगों से दिन में कई बार बात की है। इसके आधार पर पुलिस ने बद्रीप्रसाद को थाने लाकर सख्ती से पूछताछ की, तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।