
नई दिल्ली। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शनिवार को चुनाव आयोग पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग की साख टालमटोल करने से नहीं, बल्कि सच बोलने से बचेगी। राहुल गांधी की यह प्रतिक्रिया तब आई है, जब चुनाव आयोग ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में धांधली के आरोपों को खारिज कर दिया है।
लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने 2024 के महाराष्ट्र चुनावों में मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि ऐसा ही भविष्य में बिहार और उन सभी राज्यों में होगा जहां भाजपा हार रही है। राहुल गांधी ने एक्स पर पोस्ट में कहा, ‘प्रिय चुनाव आयोग, आप एक सांविधानिक निकाय हैं। मध्यस्थों को बिना हस्ताक्षर वाले, टालमटोल वाले नोट जारी करना गंभीर सवालों का जवाब देने का तरीका नहीं है।’
लेख में पूछे गए सवालों का जवाब दे चुनाव आयोग
राहुल गांधी ने आगे कहा कि अगर आपके पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो मेरे लेख में पूछे गए सवालों का जवाब दीजिए और इसे साबित करें। साथ ही, महाराष्ट्र समेत सभी राज्यों के लोकसभा और विधानसभा के हालिया चुनावों की पूरी और मशीन-पठनीय मतदाता सूची सार्वजनिक करें। राहुल गांधी ने मांग की है कि महाराष्ट्र के मतदान केंद्रों के शाम 5 बजे के बाद के सभी सीसीटीवी फुटेज भी जारी करें। गांधी यह भी कहा, ‘छल करने से आपकी विश्वसनीयता की रक्षा नहीं होगी। सच बोलने से होगी।’
मैच फिक्स्ड चुनाव लोकतंत्र के लिए जहर
राहुल गांधी ने अपने लेख में इस बात पर जोर दिया कि मैच-फिक्स्ड चुनाव किसी भी लोकतंत्र के लिए ‘जहर’ हैं। उन्होंने लिखा कि जो भी पक्ष चुनाव में धोखाधड़ी करता है, वो शायद चुनाव जीत जाए, लेकिन इससे लोकतंत्र को नुकसान होता है और जनता का भरोसा टूटता है।
राहुल गांधी ने चरणबद्ध तरीके से अनियमितता के बारे में बताया
राहुल गांधी ने चुनाव में कथित अनियमितता के बारे में चरणबद्ध तरीके से बताया है कि कैसे मतदाता सूची में फर्जी मतदाताओं को जोड़ा गया, मतदान प्रतिशत बढ़ा-चढ़ा कर दिखाया गया, फर्जी मतदान कराया गया और बाद में सबूतों को छिपा दिया गया।