
बिलासपुर । कोल इंडिया में 2 लाख से अधिक कर्मचारियों पर अब ड्रेस कोड लागू हो गया है. स्काई ब्लू शर्ट व नेवी कलर का पेंट पहन कर ही ऑफिस आ सकेंगे, इसी प्रकार महिला कर्मियों को मैरून साड़ी सूट विथ ब्लैक सलवार सूट या शर्ट पहनना होगा. आदेश की नाफरमानी पर न केवल एब्सेंट लगेगा, बल्कि उस दिन की सैलरी भी काट ली जाएगी, प्रबंधन बकायदा ड्रेस के लिए राशि भी देगा. यह निर्णय अपेक्स जेसीसी कमेटी की कोलकाता में हुई बैठक में लिया गया है. इस मीटिंग में प्रबंधन व मान्यता प्राप्त यूनियंस के मेंबर शामिल रहे. अब शीघ्र ही एसईसीएल में भी ड्रेस कोड दिखेगा.

भारत सरकार के उपक्रम कोल इंडिया लिमिटेड में कर्मियों के ऑफिस आने की ड्रेस तय कर दी गई है. कोई भी कुछ भी ड्रेस पहन कर नहीं आ पायेगा. जो डेकोरम तय किया गया है, उसी के अनुरूप कपड़े पहनना होगा. प्राप्त जानकारी के अनुसार एकरूपता के उद्देश्य को सामने रखते हुए यह तय किया गया है. कोल इंडिया में फिलहाल 2 लाख 19 हजार 951 कर्मचारी कार्यरत है. इनके लिए ड्रेस कोड के अनुसार कपड़ा खरीदने में 2 करोड़ 75 लाख रुपये खर्च होंगे. बताया जाता है कि उच्च प्रबंधन में पहले से ही मीटिंग्स आदि को लेकर मानक तय किये जा चुके हैं.
रेपुटेटेड कंपनी के कपड़े ही पहन सकेंगे
कोल इंडिया की अपेक्स जेसीसी कमेटी की बैठक में खर्च और सुविधा के साथ ही यह तय किया गया है कि रेपुटेटेड कम्पनी के कपड़े खरीद कर ही ड्रेस सिलवाएं, इसमे रेमंड्स, ब्लैक बेरी, लुई फिलिप्स, वर्धमान, अरविंद टेक्सटाइल, रामराज कॉटन शामिल है.
कमेटी में कौन-कौन शामिल रहा
21 मार्च 2025 को कोलकाता में हुई अपेक्स कमेटी की बैठक में चेयरपर्सन के रूप में केशव राव, कोऑर्डिनेटर गौतम बनर्जी कोल इंडिया की ओर से वहीं यूनियन्स में बीएमएस के सुजीत सिंह, एचएमएस के विनय सिंह, ए आईटीयू सी के अजय कुमार, सीआईटीयू के मनोज टेथीय शामिल रहे.