
कीव। यूक्रेन की वायु सेना ने रविवार को बताया कि रूस ने पिछले तीन वर्षों में शुरू हुए युद्ध के बाद से अब तक का सबसे बड़ा ड्रोन हमला किया है। वायु सेना के मुताबिक, रूस ने यूक्रेन पर 472 ड्रोन दागे। यूक्रेनी वायु सेना के संचार प्रमुख यूरी इगनात ने बताया कि इस ड्रोन हमले के साथ-साथ रूस ने सात मिसाइलें भी दागीं।
12 यूक्रेनी सैनिक मारे गए
उधर, यूक्रेनी सेना ने बताया कि रूसी मिसाइल हमले में उसकी एक प्रशिक्षण इकाई को निशाना बनाया गया है, जिसमें 12 सैनिक मारे गए और 60 से अधिक घायल हो गए। यह हमला दोपहर 12.50 बजे हुआ। बयान में गया कि हमले के समय वहां किसी प्रकार की सैन्य परेड नहीं हो रही थी या कोई समूह एकत्र नहीं था।
यूक्रेनी सेना ने बयान में क्या कहा
बयान में कहा गया है कि एक जांच समिति बनाई गई है, जो यह पता लगाएगी कि इस हमले में इतनी बड़ी संख्या में जवानों की जान कैसे गई।यह प्रशिक्षण इकाई 1,000 किलोमीटर लंबी सक्रिय युद्ध रेखा के पीछे स्थित है, लेकिन रूसी जासूसी और हमले वाले ड्रोन इतनी दूरी तक भी हमला करने में सक्षम हैं। यूक्रेन की सेना कर्मियों की कमी से जूझ रही है और रूसी ड्रोन हमलों से बचने के लिए बड़े समूह के रूप में एकत्र होने से बचने जैसे कदम उठा रही है, क्योंकि रूसी ड्रोन लगातार अपने लक्ष्य खोजते रहते हैं। बयान में कहा गया, अगर यह साबित होता है कि किसी अधिकारी की कार्रवाई या लापरवाही की वजह से सैनिकों की मौत हुई है या वे घायल हुए हैं, तो जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
रूस का दावा- उत्तरी ससुमी क्षेत्र में गांव पर किया कब्जा
वहीं, रूस के रक्षा मंत्रालय ने रदावा किया कि उसकी सेना ने यूक्रेन के उत्तरी सुमी क्षेत्र में स्थित ओलेक्सीवका गांव पर नियंत्रण पा लिया है। यूक्रेनी प्रशासन ने शनिवार को सुमी के 11 और इलाकों से अनिवार्य रूप से लोगों को निकालने का आदेश जारी किया, क्योंकि इस क्षेत्र में रूसी सेना लगातार आगे बढ़ रही है। यूक्रेन के शीर्ष सैन्य प्रमुख ओलेक्सांद्र सिरस्की ने शनिवार को कहा कि रूसी सेना ने अपने मुख्य हमले डोनेत्स्क क्षेत्र के पोक्रोव्स्क, तोरेत्स्क और लाइमन के साथ-साथ सुमी बॉर्डर पर केंद्रित किए हैं।
इस्तांबुल प्रतिनिधिमंडल भेजेगा यूक्रेन: जेलेंस्की
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रविवार को कहा कि उनका देश सोमवार को इस्तांबुल में रूस के साथ होने वाली नई सीधी शांति वार्ता के लिए अपना प्रतिनिधिमंडल भेजेगा। जेलेंस्की ने यह जानकारी टेलीग्राम पर एक बयान में दी। उन्होंने बताया कि इस प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व यूक्रेन के रक्षा मंत्री रूस्तम उमेरोव करेंगे। जेलेंस्की ने कहा, हम अपनी स्वतंत्रता, अपने देश और अपने लोगों की रक्षा के लिए हरसंभव प्रयास कर रहे हैं।