
नई दिल्ली। आखिरकार भारत ने पाकिस्तान के आतंकी संगठनों के खिलाफ जवाबी कार्रवाई कर ही दी। इंडियन एयरफोर्स ने मंगलवार आधी रात के बाद पाकिस्तान और पीओके, यानी पाक अधिकृत कश्मीर के भीतर एयर स्ट्राइक की।
इस हमले में 7 शहरों के 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक इसमें 100 से ज्यादा आतंकी मारे गए हैं।
भारत की ये जवाबी कार्रवाई पहलगाम हमले के 15 दिन बाद की गई है और इसका नाम दिया है ‘ऑपरेशन सिंदूर’। ये नाम उन महिलाओं को समर्पित है पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकियों ने 26 लोगों की हत्या कर दी थी।
पाकिस्तान के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के डॉयरेक्टर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, भारत ने 24 मिसाइलें दागी हैं। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि पीएम मोदी ऑपरेशन सिंदूर को पूरी रात मॉनिटर करते रहे।
हमले पर पाकिस्तानी मीडिया और सरकार के 3 अलग बयान
- पहला: पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने जियो टीवी से कहा- भारत ने अपनी हवाई सीमा से पाकिस्तान पर मिसाइल हमले किए हैं, जो नागरिक इलाकों पर गिरे।
- दूसरा: पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया- पाकिस्तानी सेना ने 6 भारतीय फाइटर जेट मार गिराए। इनमें 3 राफेल, 2 मिग-29 और एक सुखोई शामिल है। LoC के पास भारतीय चेकपोस्ट भी तबाह किए हैं।
- तीसरा: हमले की लोकेशन और मरने वालों की अलग-अलग संख्या। पाकिस्तान ने रात 2 बजे कहा- हमले 5 ठिकानों पर हुए और 3 लोगों की मौत हुई। 3 घंटे बाद यानी सुबह 5 बजे इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) डारयेक्टर अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, ‘भारत ने 6 इलाकों में 24 मिसाइलें दागीं। इनमें 8 नागरिक मारे गए, 35 घायल और 2 लापता हैं।’
भारत ने कहा- पाकिस्तानी सैन्य ठिकानों पर हमले नहीं किए
इंडियन आर्मी ने कहा कि स्ट्राइक में केवल आतंकी ठिकानों पर हमले किए गए हैं। किसी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने पर हमला नहीं किया गया। न्यूज एजेंसी ANI ने सूत्रों के हवाले से बताया कि जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर के ठिकानों को ही टारगेट के तौर पर सिलेक्ट किया गया था।
पहलगाम हमले में 26 पर्यटक मारे गए, TRF जिम्मेदारी लेकर मुकरा
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमले में एक नेपाली नागरिक समेत 26 पर्यटक मारे गए थे। आतंकियों ने धर्म पूछकर गोली मारी थी। हमले की जिम्मेदारी पहले लश्कर-ए-तैयबा के प्रॉक्सी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, हालांकि वह बाद में इससे मुकर गया था।
अमेरिका ने कहा- यह शर्मनाक है अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा, ‘यह शर्मनाक है। मुझे लगता है कि लोगों को पता था कि कुछ होने वाला है। वे लंबे समय से लड़ रहे हैं। अगर आप इसके बारे में सोचें तो वे कई दशकों और सदियों से लड़ रहे हैं। मुझे उम्मीद है कि यह जल्द ही खत्म हो जाएगा।’
कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकी हमला हुआ था। इसमें 26 पर्यटक मारे गए थे। इसमें एक नेपाल का टूरिस्ट भी शामिल था। आतंकियों ने पर्यटकों का धर्म पूछकर गोली मारी थी। पहलगाम आतंकी हमले की जिम्मेदारी पहले द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली थी, हालांकि बाद में इससे मुकर गया था।