
रायपुर। वेस्टर्न डिस्टरबेंस के असर से बीते 3-4 दिनों से छत्तीसगढ़ में मौसम बदला हुआ है। शाम होते ही तेज हवाओं के साथ बारिश हो रही है। शनिवार की शाम फिर मौसम बदल गया। तेज हवाओं के साथ कई जगह बारिश हुई। कुछ जगहों पर ओले गिरे। 50 से 60 किमी की रफ्तार से आंधी चली। सरगुजा में बिजली गिरने से एक टीचर की मौत हो गई। अगले 3 दिन यानी 6 मई तक प्रदेश में यही स्थिति रहेगी।
इस दौरान तापमान में बहुत अधिक बदलाव की संभावना नहीं है। मौसम विभाग के मुताबिक वेस्टर्न डिस्टरबेंस और उत्तरी छत्तीसगढ़ से गुजर रही ट्रफ के असर से रायपुर, दुर्ग, बालोद, पेंड्रा, सरगुजा, बस्तर सहित प्रदेश के कई हिस्सों में अंधड़, बारिश के हालत बन रहे हैं।
कोरबा में दिन में छाया अंधेरा,तेज आंधी तूफान और मूसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित
शनिवार को दोपहर के वक्त एकाएक कोरबा शहर और उसके आसपास के इलाके का मौसम बदला और आसमान काले बादलों से घिर गया ऐसा लग रहा था मानो दिन में अंधेरा हो गया । हल्की-फुल्की हवाओं के बीच एकाएक दोपहर करीब 2:45 बजे मौसम ने करवट ली और जोरदार आंधी-तूफान के बीच मूसलाधार बारिश शुरू हो गई। बारिश का यह सिलसिला करीब पौने एक घंटे से भी ज्यादा समय से चला। बारिश के बीच तेज आंधी तूफान भी चलती रही। बिजली की चमक और बादलों की गड़गड़ाहट लोगों को भयभीत करती रही। वही कई इलाके में जमकर ओले भी गिरे ।
बारिश के साथ-साथ तेज हवाओं ने मौसम में ठंडक घोल दी है। मूसलाधार बारिश की वजह से शहर की सड़के एक बार फिर नाला के रूप में तब्दील हो गई और नालियों में जल भराव होने के साथ-साथ निचले दुकानों और घरों में पानी घुसने की समस्या भी पेश आई।और पूरा सड़क भारी बारिश के कारण जलमग्न हो गया और चारों तरफ नालियों का पानी भी उफान मारने लगा और पूरे शहर में नालियों का पूरा पानी भर गया सामान्य जनजीवन इस बारिश के कारण प्रभावित हुआ है।मुख्य मार्ग में कई जगह पेड़ गिरने की खबर है और हमेशा की तरह पूरे शहर की बिजली व्यवस्था चरमरा गई है। मेन रोड, सीतामणी मार्ग समेत कई इलाक़ों में रातभर बिजली गुल रही।
देखिए अलग-अलग शहरों में बदले मौसम की तस्वीर-

अंबिकापुर में शनिवार को दोपहर में तेज हवाओं के साथ बारिश हुई।

बिलासपुर में तेज हवाएं चली, कई जगह पेड़ गिरने की भी शिकायत आई है।

बिलासपुर में दोपहर के बाद तेज हवाओं के साथ बारिश हुई।

GPM जिले में सुबह से तेज बारिश के साथ ओले भी गिर रहे।
तापमान में नहीं होगा बड़ा बदलाव
मौसम विभाग ने साफ किया है कि आने वाले 3 दिनों में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नहीं होगा। यानी गर्मी का असर बना रहेगा, लेकिन दोपहर बाद गरज-चमक और बारिश से थोड़ी राहत जरूर महसूस होगी।
रायपुर में आज फिर पड़ेंगी बौछारें
आज बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं गरज-चमक के साथ पानी गिर सकता है। दिन का तापमान 39 डिग्री तक जा सकता है, जबकि न्यूनतम तापमान करीब 23 डिग्री रह सकता है। रायपुर में शनिवार दोपहर बाद मौसम बदला और तेज हवा के साथ बारिश हुई।
इस दौरान रायपुर के कुछ हिस्सों में ओले भी गिरे। जिसकी वजह से रात को मौसम ठंडा हो गया। शनिवार को अधिकतम तापमान 39.9 डिग्री रहा। वहीं रात का तापमान 26.5 डिग्री रिकॉर्ड किया गया।
बिलासपुर रहा सबसे गर्म
शनिवार को बिलासपुर में अधिकतम तापमान 40 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो सामान्य से करीब 3 डिग्री कम रहा। लेकिन यह प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 25 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। ये औसत से 0.7 डिग्री कम था। गौरेला पेंड्रा मरवाही में न्यूनतम तापमान 35.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23 डिग्री रिकॉर्ड किया गया यह भी सामान्य से कम रहा।
शनिवार को मौसम बदलने के कारण बिलासपुर संभाग के जिलों में तेज हवा के साथ बारिश हुई। वही गौरेला-पेन्ड्रा-मरवाही में ओले गिरे।
सरगुजा संभाग में तापमान सामान्य से कम
शनिवार को सरगुजा संभाग के जिलों में भी दिन का तापमान सामान्य से कम रहा। अंबिकापुर में अधिकतम तापमान 36.2 डिग्री रिकॉर्ड किया गया जो औसत से 3 डिग्री कम रहा। वहीं न्यूनतम तापमान 22.4 डिग्री रहा जो नॉर्मल टेम्प्रेचर से 1.8 डिग्री कम था।
दुर्ग में दिन का पारा 38 डिग्री
शनिवार को यहां अधिकतम तापमान 38.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 22 डिग्री रहा जो औसत से 4.6 डिग्री कम है। गुरुवार को दुर्ग संभाग के जिले में भी आंधी चलने के साथ बारिश हुई।
मई में अंधड़-बारिश, यह पुराना ट्रेंड
मई में हो रही बारिश कोई नई बात नहीं है। आमतौर पर मई के महीने में एक-दो बार तेज बारिश और अंधड़ की स्थिति बनती ही है। कई बार मई की शुरुआत में कुछ सिस्टम बनने के कारण प्रदेश में बारिश और तेज अंधड़ के एक-दो स्पैल आते हैं। इससे मई के पूरे महीने में अच्छी बारिश हो जाती है।
वैसे पिछले एक दशक में रायपुर में मई के महीने में सबसे ज्यादा बारिश 2021 में 93.2 मिमी रिकॉर्ड की गई थी। उस दौरान 24 घंटे में 57 मिमी बारिश 10 मई 2021 को दर्ज की गई थी। मई में सिस्टम बनने पर समुद्र से आने वाली हवा तेजी के साथ आगे बढ़ती हैं। इससे अंधड़ की स्थिति निर्मित होती है। 25 मई के बाद इस तरह की स्थितियां ज्यादा बनती हैं, उसी से मौसम में परिवर्तन की शुरुआत होती है।