
रायपुर । छत्तीसगढ़ में मौसम ने करवट बदल ली है। तेज धूप और गर्मी के बीच अब बारिश होने लगी है। इससे वातावरण ठंडा हो गया है। अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से प्रदेश में भरपूर मात्रा में नमी का आगमन हो रहा है। इससे प्रदेश में गरज चमक के साथ तेज हवा और हल्की बारिश हो रही है। साथ ही चक्रवाती परिसंचरण के असर से प्रदेश में अगले दो दिनों तक तेज हवाओं, ओलावृष्टि और बारिश की संभावना बनी हुई है।
मौसम एक्सपर्ट के अनुसार आज शनिवार को प्रदेश के उत्तर और मध्य भागों में बारिश के आसार हैं। इन क्षेत्रों में गरज चमक के साथ तेज हवा और वह ओलावृष्टि होने की भी संभावना है। वहीं 22 मार्च रविवार को पूरे प्रदेश में यह गतिविधि जारी रहेगी। सभी क्षेत्रों में गरज चमक के साथ तेज हवा और बारिश की संभावना रहेगी। इसके बाद 23 मार्च को यह गतिविधि कम हो जाएगी, हालांकि कई इलाकों में संभावना बनी रहेगी।
छत्तीसगढ़ में अगले 48 घंटे में अधिकतम तापमान में दोस्त 3 डिग्री की गिरावट होने की संभावना है इसके बाद आगामी 3 दिनों में अधिकतम तापमान में 2 डिग्री क्रमिक वृद्धि होने की संभावना है। बीते दिनों शुक्रवार को उत्तर छत्तीसगढ़ में एक दो जगह पर हल्की बारिश हुई है। वहीं बलरामपुर जिले केस सामरी में सर्वाधिक बारिश दर्ज की गई है। रायगढ़, सारंगढ़-बिलाईगढ़ समेत कई जिलों में हल्की मध्यम बारिश हुई है। बारिश होने की वजह से अधिकतम तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की गई है। प्रदेश में सर्वाधिक अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री मानव में दर्ज किया गया है। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान जगदलपुर में 18.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है।
पश्चिमी विक्षोभ का असर
पश्चिमी विक्षोभ मध्य विक्षोभ मंडलीय स्तरों पर एक दूरी का के रूप में बना हुआ है, जिसकी दूरी समुद्र तल से 5.8 किलोमीटर ऊपर है। वहीं मध्य प्रदेश के मध्य भागों पर ऊपरी हवा का चक्रवर्ती परिसंचरण समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर तक बना हुआ है। दूसरी और एक द्रोणिका का दक्षिण छत्तीसगढ़ से तेलंगाना और उत्तर आंतरिक कर्नाटक होते हुए दक्षिण आंतरिक कर्नाटक तक समुद्र तल से 1.5 किलोमीटर ऊपर स्थित है। इसके प्रभाव से प्रदेश में मौसम का मिजाज बदला हुआ है। साथ ही प्रदेश के कई इलाकों में हल्की मध्यम बारिश हो रही है। हवाएं भी चल रही है। इससे अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।