छत्तीसगढ़: पूर्व CM भूपेश बघेल के घर ED की रेड, कोयला घोटाला और महादेव सट्टा ऐप मामले में छापेमारी, दस्तावेज खंगाल रही टीम

भिलाई । छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के घर पर ईडी ने छापेमारी की है। उनके भिलाई-3 पदुम नगर स्थित घर पर सोमवार सुबह चार गाड़ियों में टीम पहुंची है। दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं।

बताया जा रहा है कि ईडी की टीम ने भूपेश बघेल के साथ-साथ उनके बेटे चैतन्य बघेल के बेटे के घर पर भी दबिश दी है। यहां भी अधिकारियों की दो टीम यहां पहुंची हुई है और कार्रवाई कर रही है।

अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है, कि किस मामले में छापा पड़ा है। यह मामला शराब घोटाला, महादेव घोटाला और कोल लेवी स्कैम में से किसी एक का बताया जा रहा है। जानकारी के मुताबिक छत्तीसगढ़ के 14 ठिकानों पर छापे पड़े हैं।

दरअसल, महादेव सट्‌टा ऐप केस में EOW (आर्थिक अनुसंधान शाखा) ने ED की शिकायत पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत 21 आरोपियों पर FIR दर्ज की थी। इसमें ऐप प्रमोटर सौरभ चंद्राकर, रवि उप्पल समेत कई अज्ञात पुलिस अफसर और कारोबारियों के नाम भी शामिल हैं। वहीं, उस समय बघेल ने इसे राजनीतिक षड्यंत्र बताया था।

महादेव ऐप से 6000 करोड़ की आय हुई

ED करीब एक साल से महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच कर रही है। आरोप है कि इसमें छत्तीसगढ़ के उच्च पदस्थ राजनेताओं और नौकरशाहों के शामिल होने का पता चला है। ऐप के दो मुख्य प्रमोटर भी छत्तीसगढ़ से ही हैं। ED के अनुसार, इस मामले में करीब 6,000 करोड़ रुपए की आय आंकी गई है।

क्या है कोल स्कैम

  • ED ने छत्तीसगढ़ में जांच के बाद 570 करोड़ के कोल लेवी स्कैम का खुलासा किया था। इसमें IAS रानू साहू के अलावा IAS समीर विश्नोई, सौम्या चौरसिया, जेडी माइनिंग एसएस नाग और कारोबारी सूर्यकांत तिवारी को गिरफ्तार किया गया।
  • इसके अलावा कांग्रेस नेता और कुछ कारोबारी भी ED के जांच के दायरे में रहे। इन लोगों से पूछताछ की गई है और इनके घरों से कुछ दस्तावेजों को भी जब्त किया गया। ईडी ने पिछले साल 570 करोड़ के अवैध कोल परिवहन का केस दर्ज किया है।
  • कोल परिवहन में कोयला एजेंसियों से प्रति टन 25 रुपए कमीशन वसूलने का आरोप है। ये वसूली सिंडीकेट करता था, सिंडिकेट के लोगों के नाम पर ही FIR हुई है।