
बीजापुर। जिले के गंगालूर एरिया का डीवीसीएम और सचिव दिनेश मोडियम ने अपनी पत्नी कला मोडियम और बच्चे सहित समर्पण किया। आठ लाख का इनामी नक्सली दिनेश मोडियम पेद्दाकोरमा का निवासी है। उसने गंगालूर क्षेत्र में कई घटनाओं को अंजाम दिया।
इस पर 100 से अधिक हत्याओं में शामिल का आरोप है। वह पढ़ाई के समय से बाल संघम सदस्य के रूप में काम करता रहा। इसके बड़े नक्सली लीडरों ने इसके काम पर इसे बड़ी जिम्मेदारी देते हुए गंगालूर एरिया का सचिव बनाया।
गंगालूर क्षेत्र में पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में दिनेश मोडियम कई बार बच निकला। पुलिस को इस मोस्ट वांटेड नक्सली की तलाश रही। दिनेश एके-47, इसांस जैसे बड़े हथियार अपने पास रखता था। नक्सली लीडर दिनेश मोडियम के आत्मसमर्पण की जानकारी पुलिस की ओर से अभी तक नहीं दी है।
मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को गोली लगने की आशंका
वहीं, धमतरी जिले में मांदागिरी के जंगल में पुलिस और नक्सलियों के बीच सोमवार को हुई मुठभेड़ में तीन से अधिक नक्सलियों को गोली लगने की आशंका है। हालांकि, अभी फिलहाल इसकी पुष्टि नहीं की गई है। जानकारी के मुताबिक, मुठभेड़ के बाद नक्सली भाग निकले।
डीआरजी पुलिस जवानों ने नक्सली कैंप को ध्वस्त कर दिया है। धमतरी जिले में चलाए जा रहे नक्सल विरोधी अभियान के तहत तीन मार्च को जिले के थाना खल्लारी अंतर्गत ग्राम मांदागिरी के जंगल में नक्सलियों की उपस्थिति की सूचना पर डीआरजी के 25 से 30 जवानों की टीम नक्सल विरोधी अभियान पर निकले थे।
आधे घंटे तक चली मुठभेड़
सर्चिंग के दौरान मांदागिरी के जंगल पहाड़ियों में पुलिस और नक्सलियों के बीच में आधे घंटे तक मुठभेड़ हुई। इसमें प्रतिबंधित सशस्त्र नक्सलियों द्वारा स्वचालित हथियारों से पुलिस पार्टी पर फायरिंग किया गया। इसके जवाब में पुलिस पार्टी डीआरजी टीम के जवानों ने भी पेड़ों की आड़ लेकर नक्सलियों पर फायरिंग की।
उल्लेखनीय है कि जिले के नक्सल संवदेनशील व अतिसंवदेनशील क्षेत्रों में नक्सलियों की चहल कदमी थम सी गई थी। मगर, लंबे समय बाद नक्सली की चहल कदमी फिर शुरू हो गई है।
जानकारी के अनुसार, नक्सल लीडर सत्यम गावड़े की मौत के बाद महिला नक्सली कमांडर समेत कई नक्सली धमतरी, गरियाबंद और ओडिशा क्षेत्र में सक्रिय है, जो दहशत बनाए हुए हैं।