
नई दिल्ली । पाकिस्तान क्रिकेट टीम को चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर होने के बाद लगातार आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है और अब पूर्व भारतीय कप्तान सुनील गावस्कर ने भी उसके मजे लिए हैं। गावस्कर का कहना है कि पाकिस्तान को भारतीय बी टीम को हराने के लिए भी संघर्ष करना पड़ेगा। रोहित शर्मा की अगुआई वाली भारतीय टीम ने रविवार को दुबई में खेले गए चैंपियंस ट्रॉफी के मैच में गत चैंपियन पाकिस्तान छह विकेट से हराया था।
पाकिस्तान चैंपियंस ट्रॉफी से बाहर
पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में खिताब के बचाव के इरादे से उतरा था, लेकिन उसे ग्रुप ए के मैच में न्यूजीलैंड और फिर भारत से हार का सामना करना पड़ा। न्यूजीलैंड ने सोमवार को बांग्लादेश को हराया जिससे पाकिस्तान की सभी उम्मीदें धूमिला हो गईं। पाकिस्तान इस टूर्नामेंट में अभी तक एक भी मैच नहीं जीता है और ग्रुप चरण के अंतिम मैच में उसका सामना 27 फरवरी को बांग्लादेश से होगा। पाकिस्तान 1996 के बाद पहली बार किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है, लेकिन पाकिस्तान टीम घर में ही जीत दर्ज नहीं कर सकी। पाकिस्तान ने 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी जीती थी, लेकिन उसके बाद से टीम का प्रदर्शन गिरता चला गया।
‘पाकिस्तान की बेंच स्ट्रेंग्थ कमजोर’
गावस्कर ने एक स्पोर्ट्स चैनल से कहा, मेरे ख्याल से भारत की बी टीम पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दे सकती है। सी टीम के लिए मैं यकीन से नहीं कह सकता है, लेकिन पाकिस्तान की मौजूदा फॉर्म को देखते हुए उसके लिए भारत की बी टीम को हराना भी काफी कठिन होगा। पाकिस्तान की बेंच स्ट्रेंग्थ में कमी आश्चर्य करती है। पाकिस्तान के पास हमेशा से ही स्वाभाविक प्रतिभा वाले खिलाड़ी रहे हैं। भले ही उनकी तकीन सही नहीं रही हो, लेकिन बल्ले और गेंद को लेकर उनकी समझ अच्छी रहती है। उदाहरण के तौर पर इंजमाम उल हक को देखिए। अगर आप उनके स्टांस देखेंगे तो किसी युवा बल्लेबाज को सलाह नहीं देंगे, लेकिन उनकी लय शानदार थी।
गावस्कर बोले- अच्छे खिलाड़ियों के लिए संघर्ष कर रहा पाकिस्तान
गावस्कर ने साथ ही कहा कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) और घरेलू सीमित ओवर के टूर्नामेंट के बावजूद पाकिस्तान अच्छे खिलाड़ियों के लिए संघर्ष कर रहा है। उन्होंने कहा, भारत ने सीमित ओवर के क्रिकेट में इतने सारे युवा खिलाड़ी कैसे तैयार कर लिए? इसका कारण आईपीएल है। आईपीएल के खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी और भारत के लिए भी खेल रहे हैं। पाकिस्तान क्रिकेट को इस बारे में विश्लेषण करना चाहिए। उन्हें इस बारे में विचार करना होगा कि उनके पास अब मजबूत बेंच स्ट्रेंग्थ क्यों नहीं है।
आर्थटन बोले- भारत-पाकिस्तान प्रतिस्पर्धा अब एकतरफा
भारत और पाकिस्तान के बीच मुकाबले को लेकर सभी को इंतजार रहता है, लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल आर्थटन का मानना है कि दोनों टीमों के बीच अब यह प्रतिस्पर्धा एकतरफा हो गई है जिस कारण इसे लेकर ज्यादा हाइप नहीं हो रहा। आर्थटन ने कहा, यह अब पूरी तरह एकतरफा मुकाबला हो गया है। लंबे समय से अब इसका नतीजा तय ही रहने लगा है। पाकिस्तान की बल्लेबाजी लाइन-अप न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में अच्छी नहीं दिखी।