
दुबई। भारत और पाकिस्तान के बीच 23 फरवरी को महामुकाबला खेला जाना है। इस मैच को लेकर फैंस बेहद उत्साहित हैं। मुकाबले से पहले ऑफिशियल ब्रॉडकास्टर ने एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें शाहिद अफरीदी, युवराज सिंह, इंजमाम उल हक और नवजोत सिंह सिद्धू जैसे दिग्गज शामिल हुए। इस दौरान युवराज ने कहा कि चैंपियंस ट्रॉफी मुकाबले में पाकिस्तान का भारत पर पलड़ा भारी है। उन्होंने साथ ही रोहित शर्मा की मैच जिताने की क्षमता पर भी बातचीत की।
पाकिस्तान का पलड़ा भारी होने पर युवराज का बयान
युवराज ने कहा, ‘मुझे लगता है कि पाकिस्तान को इस मैच में फायदा होगा क्योंकि दुबई उनका होम ग्राउंड है। उन्होंने वहां बहुत क्रिकेट खेला है और परिस्थितियों को अच्छी तरह से समझते हैं। धीमी विकेटों पर भारतीय और पाकिस्तानी खिलाड़ी सर्वश्रेष्ठ हैं। इन दो देशों के खिलाड़ियों ने हमेशा स्पिन को अच्छा खेला है। आप मैच विजेताओं के बारे में बात करते हैं तो हां मैं शाहिद अफरीदी से सहमत हूं कि हमारे पास अधिक मैच विजेता हैं। लेकिन मेरा मानना है कि भले ही पाकिस्तान के पास कम मैच विजेता हों, फिर भी एक खिलाड़ी मैच छीन सकता है। भारत-पाकिस्तान मुकाबला सिर्फ मैच विजेताओं के बारे में नहीं है। यह उस क्षण में बेहतर खेलने, स्थिति के अनुरूप ढलने और अपेक्षाओं को अपने आप पर हावी न होने देने के बारे में है। जो टीम ऐसा बेहतर करेगी वह अपने देश के लिए गेम जीतेगी।’
रोहित शर्मा की मैच जिताने की क्षमता पर युवराज सिंह
युवराज ने कहा, ‘रोहित शर्मा चाहे फॉर्म में हों या नहीं हों, इससे मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता। मैं हमेशा अपने मैच विजेताओं का समर्थन करूंगा। वनडे क्रिकेट में, खास तौर सफेद गेंद के प्रारूप में, वह विराट कोहली के साथ एक बल्लेबाज के रूप में भारत के सबसे बड़े मैच विजेता रहे हैं। अगर रोहित संघर्ष कर रहे हैं, लेकिन फिर भी रन बनाते हैं, तो यह विपक्षी टीम के लिए खतरनाक है। अगर वह फॉर्म में हैं, तो वह 60 गेंदों में शतक बना देंगे। यह उनकी क्वालिटी है। एक बार जब वह चल पड़ते हैं, तो वह सिर्फ हिट नहीं करते हैं। वह चौकों के साथ-साथ छक्कों की बारिश कर देते हैं। वह शॉर्ट बॉल के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ियों में से एक है। भले ही कोई 145-150 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से गेंदबाजी करता हो, रोहित उसे आसानी से हुक करने की क्षमता रखते हैं। उनका स्ट्राइक रेट हमेशा 120-140 के बीच होता है और वह अकेले ही आपको गेम जिता सकते हैं।’
युवराज ने 2003 में अपने पहले भारत-पाकिस्तान मैच को याद किया
युवराज सिंह ने कहा, ‘यह मेरे द्वारा खेले गए सबसे शानदार वनडे मैचों में से एक है। मेरे दोस्त शाहिद अफरीदी ने उस मैच में बहुत सारे ‘अच्छे शब्दों’ के साथ मेरा स्वागत किया था। तब मुझे वास्तव में समझ में आया कि भारत-पाकिस्तान प्रतिद्वंद्विता का क्या मतलब है। इसे टीवी पर देखना एक बात थी, लेकिन इसमें खेलना पूरी तरह से अलग था। मुझे खुद पर भारी दबाव याद है, लेकिन उस मैच में अच्छा प्रदर्शन करने से मुझे भविष्य में एक बेहतर खिलाड़ी बनने का आत्मविश्वास मिला।’