मुंबई । सैफ अली खान पर 16 जनवरी को मुंबई में उनके फ्लैट पर हुए हमले में संदिग्ध के तौर पर छत्तीसगढ़ के दुर्ग से एक शख्स को हिरासत में लिया गया था। बाद में उसे छोड़ दिया गया था। अब उसके पिता ने आरोप लगाया है कि मुंबई पुलिस ने उनके बेटे की जिंदगी बर्बाद कर दी।
मुंबई पुलिस से मिली सूचना के बाद 18 जनवरी को दुर्ग स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल ने मुंबई लोकमान्य तिलक टर्मिनस-कोलकाता शालीमार ज्ञानेश्वरी एक्सप्रेस से आकाश कनौजिया (31) को हिरासत में लिया था। वह एक चालक है। मुंबई पुलिस की ओर से 19 जनवरी को बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल फाकिर को गिरफ्तार किए जाने के बाद दुर्ग आरपीएफ ने कनौजिया को रिहा कर दिया। कंनौजिया ठाणे जिले के टिटवाला में इंदिरानगर चॉल का निवासी है।
आकाश के पिता कैलाश कनौजिया ने कहा, ‘पुलिस ने मेरे बेटे की पहचान को पुख्ता किए बिना ही उसे हिरासत में ले लिया। इस गलती ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी है। अब मानसिक आघात के कारण आकाश काम पर ध्यान नहीं दे पा रहा है और अपने परिवार से ज्यादा बातचीत भी नहीं कर रहा है। उसकी नौकरी चली गई और शादी टूट गई। कौन जिम्मेदार है? पुलिस के रवैये ने आकाश का भविष्य बर्बाद कर दिया है।’
बंगाल में महिला से पूछताछ की
इस बीच मुंबई पुलिस की एक टीम ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के नदिया जिले में एक महिला से पूछताछ की। हालांकि, पुलिस ने स्पष्ट किया कि घटना के संबंध में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई है। कृष्णनगर पुलिस जिले के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (मुख्यालय) मकवाना मीतकुमार संजयकुमार ने पुष्टि की कि हमले के संबंध में नादिया में कोई गिरफ्तारी नहीं की गई।
सूत्रों के मुताबिक, जांच में पता चला है कि हमले के लिए मुंबई में पूर्व में गिरफ्तार किए गए बांग्लादेशी नागरिक शरीफुल फाकिर द्वारा इस्तेमाल किया गया सिम महिला के नाम पर पंजीकृत था। महिला ने आरोपी को पहचानने से इनकार किया और दावा किया कि उसका उक्त सिम वाला मोबाइल फोन कई साल पहले कोलकाता में खो दिया था।
इससे पहले मुंबई पुलिस की दो सदस्यीय टीम रविवार को पश्चिम बंगाल पहुंची। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुरू में बताया था कि महिला को गिरफ्तार कर लिया गया है। हालांकि, बाद में उन्होंने बताया कि इस मामले में पश्चिम बंगाल से किसी को हिरासत में नहीं लिया गया है।
पश्चिम बंगाल पुलिस के अधिकारी ने बताया कि सैफ पर हमला मामले में मुंबई से आए पुलिस अधिकारियों ने नदिया जिले के छपरा में एक महिला से पूछताछ की। महिला ने कहा कि वह आरोपी शरीफुल को नहीं जानती। महिला ने दावा किया कि कुछ साल पहले जब वह कोलकाता में थी तो उसका मोबाइल फोन खो गया था। जांच अधिकारी यह पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं कि आरोपी ने महिला के नाम पर पंजीकृत सिम कैसे हासिल किया। महिला का नाम खुखुमोनी जहांगीर शेख है। अधिकारी ने बताया कि महिला पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले के अंदुलिया की रहने वाली है।
मुंबई में सैफ के बांद्रा स्थित उनके घर पर हमलावर ने 16 जनवरी को उन पर चाकू से छह बार वार किया था। सैफ को लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उनका उपचार किया गया। उन्हें 21 जनवरी को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।