एडिलेड। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार से एडिलेड में पिंक बॉल से दूसरा टेस्ट खेला जाएगा। पर्थ टेस्ट में शानदार जीत के साथ भारतीय टीम पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 1-0 से आगे चल रही है। अब उनकी नजर सीरीज में बढ़त बनाने पर टिकी होगी। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा वापसी के लिए तैयार हैं। पहले मुकाबले में वह अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण शामिल नहीं हो सके थे। उनकी वापसी से प्लेइंग 11 में क्या बदलाव होंगे यह देखने वाली बात होगी।
रोहित शर्मा की गैरमौजूदगी में केएल राहुल ने यशस्वी जायसवाल के साथ पारी की शुरुआत की थी। दोनों के बीच पहले टेस्ट की दूसरी पारी में 201 रन की साझेदारी हुई थी। जायसवाल ने 161 और केएल ने 77 रनों की पारी खेली। हिटमैन अब दूसरे टेस्ट में खेलने के लिए तैयार हैं। हाल ही में प्रधानमंत्री एकादश के खिलाफ खेले गए मैच में रोहित चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे। गुरुवार को मैच से पहले भारतीय कप्तान ने अपने बैटिंग ऑर्डर को लेकर चल रही अटकलों पर पूर्णविराम लगा दिया।
रोहित और राहुल – फोटो : BCCI
रोहित शर्मा ने आदर्श कप्तान की मिसाल पेश करते हुए दूसरे टेस्ट मैच में मध्यक्रम में खेलने का फैसला किया है। पहले टेस्ट में बड़ी जीत से उत्साहित भारतीय टीम गुलाबी गेंद से अपने रिकॉर्ड में सुधार करने की कोशिश करेगी। कप्तान ने वापसी पर मध्य क्रम में बल्लेबाजी करने का फैसला किया है ताकि अच्छी फॉर्म में चल रहे यशस्वी जयसवाल और केएल राहुल पारी का आगाज कर सकें। इन दोनों ने पहले टेस्ट मैच में भारत की दूसरी पारी में बड़ी शतकीय साझेदारी निभाई थी।
शुभमन गिल भी अंगूठे की चोट से उबर कर इस मैच में वापसी करेंगे। रोहित ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा कि टीम हित में वह अपने बल्लेबाजी क्रम में बदलाव करेंगे। भारतीय टीम ने पर्थ में पहले टेस्ट मैच में तमाम विपरीत परिस्थितियों के बावजूद शानदार प्रदर्शन करते हुए 295 रन की रिकॉर्ड जीत हासिल करके बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी के लिए खेली जा रही पांच मैच की सीरीज में शुरुआती बढ़त हासिल की।
भारतीय टीम – फोटो : BCCI
यह पहला अवसर नहीं है जबकि भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ उसकी धरती पर अच्छा प्रदर्शन किया हो। इससे पहले वह पिछले दो अवसरों पर भी ऑस्ट्रेलिया को उसकी धरती पर सीरीज में हरा चुका है। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के अपने पिछले दौर में एडिलेड में खेले गए दिन रात्रि टेस्ट क्रिकेट मैच में अपनी पहली पारी में 36 रन पर आउट हो गया थी लेकिन इसके बाद उसने अच्छी वापसी करके सीरीज जीती थी। इस बार भारतीय टीम पहले मैच में जीत से उत्साह से लबरेज है।
डे-नाइट टेस्ट मैच हालांकि भारतीय बल्लेबाजों के सामने अलग तरह की चुनौती पेश करेगा। गुलाबी गेंद से अतिरिक्त सीम मूवमेंट मिलता है और भारतीय बल्लेबाजों को इससे पार पाने के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ खेल दिखाना होगा। ऑस्ट्रेलिया का डे-नाइट टेस्ट मैच में रिकॉर्ड अच्छा रहा है। उसने अभी तक घरेलू धरती पर जो 12 दिन रात्रि टेस्ट मैच खेले हैं उनमें से उसे केवल एक मैच में हार का सामना करना पड़ा लेकिन पहले टेस्ट मैच में करारी शिकस्त झेलने के कारण इस बार उसकी टीम पर दबाव रहेगा।
विराट कोहली और रोहित शर्मा – फोटो : BCCI
रोहित ने 2019 से सलामी बल्लेबाज की भूमिका निभानी शुरू की थी जिससे उनके टेस्ट करियर को नई दिशा मिली लेकिन वह टीम हित में यहां महत्वपूर्ण फैसला कर सकते हैं। रोहित का बल्लेबाजी क्रम कुछ भी हो, वह बड़ा स्कोर बनाने के लिए बेताब होंगे क्योंकि न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू श्रृंखला में वह अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाए थे। इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया में भी उनका रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और वह इसमें सुधार करना चाहेंगे।
रोहित और गिल प्लेइंग 11 में देवदत्त पडिक्कल और ध्रुव जुरेल की जगह लेंगे। अंगूठे की चोट से उबर कर वापसी करने वाले गिल अभ्यास मैच में अच्छी लय में दिख रहे थे। ऑस्ट्रेलिया में उनका रिकॉर्ड अच्छा रहा है जिससे वह प्रेरणा लेना चाहेंगे। पहले टेस्ट मैच में भारत के लिए सबसे सकारात्मक पहलू जयसवाल और विराट कोहली के शतक रहे। यह दोनों बल्लेबाज अपनी उसी फॉर्म को बरकरार रखने की कोशिश करेंगे।
भारतीय गेंदबाजी विभाग में बदलाव की संभावना नहीं है। एडिलेड की पिच से हालांकि स्पिनरो को मदद मिलती रही है और विकेट का जायजा लेने के बाद उसकी स्थिति को देखकर रविचंद्रन अश्विन या रविंद्र जडेजा को टीम में शामिल किया जा सकता है। जहां तक ऑस्ट्रेलिया की बात है तो उसके लिए अपने प्रमुख बल्लेबाजों की फॉर्म बड़ी चिंता का विषय है। अगर उसे श्रृंखला बराबर करनी है तो फिर स्टीव स्मिथ, उस्मान ख्वाजा और मार्नस लाबुशेन जैसे बल्लेबाजों को अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा।
ऑस्ट्रेलिया की चिंता केवल बल्लेबाजी तक ही सीमित नहीं है। उसके तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड चोटिल होने के कारण बाहर हो गए हैं। उनकी जगह स्कॉट बोलैंड को टीम में शामिल किया गया है जो लगभग 18 महीने में अपना पहला टेस्ट मैच खेलेंगे। वह लगातार ऑफ स्टंप से बाहर गेंदबाजी करने में माहिर हैं और इससे वह भारतीय बल्लेबाजों को परेशानी में डाल सकते हैं।
भारत की संभावित प्लेइंग 11
यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल, शुभमन गिल, विराट कोहली, रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, नीतीश कुमार रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, हर्षित राणा, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज।