बिलासपुर । बिलासपुर में SECL के अफसरों ने जहां 40वां स्थापना दिवस पर समारोह का आयोजन किया। वहीं, मुख्यालय गेट के सामने कामगारों ने धरना-प्रदर्शन कर जमकर हल्ला बोला। उन्होंने अधिकारियों पर भ्रष्ट्राचार, फर्जी भर्ती सहित वादा खिलाफी करने के आरोप लगाए और जांच की मांग की।
संयुक्त कोयला कर्मचारी संगठन के पदाधिकारियों ने बताया कि एक तरफ उन्हें SECL प्रबंधन उम्मीद के अनुरूप पेंशन नहीं दे रहा है। वहीं, दूसरी तरफ मान सम्मान नहीं मिल रहा है। जिसके कारण स्थापना दिवस समारोह पर कोरबा जिले के कामगारों को मुख्यालय आकर प्रदर्शन करना पड़ रहा है।
विस्थापितों की नौकरी में फर्जीवाड़ा का आरोप
कर्मचारी नेताओं ने SECL के अफसरों पर कोयला खनन सहित विभिन्न कार्यों में भ्रष्टाचार, विस्थापितों की जगह फर्जी भर्ती करने के साथ ही कामगारों के साथ वादा खिलाफी करने के आरोप लगाए। उन्होंने अनियमितताओं की जांच की मांग करते हुए अपनी मांगों को पूरा करने की मांग की। उनका कहना है कि जिन लोगों की जमीन अधिग्रहित की गई थी, उन्हें अब तक नौकरी नहीं दी गई है, जबकि उन्हें इसका आश्वासन दिया गया था। वहीं बाहरी लोगों और अफसरों के रिश्ते नातेदारों को बेक डोर से नौकरियां दी जा रही।
जांच का दिया था भरोसा
कर्मचारी नेताओं ने यह भी बताया कि प्रबंधन और अफसरों के खिलाफ आवाज उठाने पर पूर्व में जांच कर कार्रवाई करने का भरोसा दिलाया गया था। लेकिन, जांच के बहाने अफसर जाते हैं और दस्तावेज लेकर लौट आते हैं। अफसरों का यह रवैया लंबे समय से चल रहा है।