रतन टाटा का पालतू कुत्ता अंतिम दर्शन करने पहुंचा तो वहीं चिपक कर बैठ गया, पार्थिव शरीर के पास से हटने को नहीं था तैयार

Pet dog came to pay tribute to Ratan Tata, know why the industrialist was fond of animals

मुंबई। देश के दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन के बाद जहां जानी-मानी हस्तियां उनको श्रद्धांजलि देने पहुंचीं। वहीं रतन टाटा का पालतू कुत्ता भी उनके अंतिम दर्शन करने आया। खास बात यह रही कि जब पालतू कुत्ता उद्योगपति के पार्थिव शरीर के पास पहुंचा तो वहीं चिपक कर बैठ गया। उसके देखभालकर्ता ने कई बार उसे वहां से हटाने की कोशिश की, लेकिन वह नहीं हटा। 

दरअसल, रतन टाटा को जानवरों और खासकर कुत्तों के प्रति गहरे लगाव के लिए काफी जाना जाता था। वह अक्सर बचाए गए कुत्तों के लिए इंस्टाग्राम पर परिवार ढूंढा करते थे।  श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कुत्ते को लेकर पहुंचे उसके देखभाल कर्ता ने बताया कि 11 साल पहले उद्योगपति एक पिकनिक के लिए गोवा गए थे। इस दौरान रतन टाटा ने आवारा कुत्ते को गोद लिया था। इसलिए कुत्ते का नाम गोवा रखा गया। रतन टाटा कुत्ते से बेहद प्यार करते थे। ‘गोवा’ रतन टाटा का पसंदीदा कुत्ता था। जो अक्सर उनके साथ बैठकों में जाता था। वहीं बॉम्बे हाउस में आवारा कुत्तों के आने और स्वतंत्र रूप से घुसने की अनुमति थी। इसके अलावा रतन टाटा ने मुंबई के ताज होटल को भी निर्देश जारी किए थे कि आवारा जानवरों को होटल परिसर में आने दिया जाएगा। हाल ही में एक जुलाई को उन्होंने विशेष पालतू अस्पताल शुरू किया था। 

साल 2018 का किस्सा
छह फरवरी 2018 को ब्रिटेन के शाही राजमहल बकिंघम पैलेस में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस कार्यक्रम में ब्रिटेन के शाही राजकुमार प्रिंस चार्ल्स (अब किंग चार्ल्स III) भारतीय उद्योगपति रतन टाटा को उनके परोपकारी कार्यों के लिए एक लाइफटाइम अचीवमेंट अवॉर्ड देना चाहते थे। रतन टाटा कार्यक्रम में नहीं जा सके थे। रतन टाटा के कुत्तों- टैंगों और टिटो में से एक काफी बीमार पड़ गया था। उन्होंने कहा कि मैं इसे बीमार हालत में छोड़ कर वहां नहीं आ सकता हूं।  टाटा अपना अवॉर्ड लेने उस कार्यक्रम में नहीं आए।