नई दिल्ली। इस्राइल और हमास के टकराव के साथ शुरू हुआ पश्चिमी एशिया का टकराव लगातार जारी है। इस्राइल अब कई मोर्चों पर लड़ाई लड़ रहा है। पहले हूती विद्रोहियों की मार और अब हिजबुल्ला के लड़ाकों के साथ हिंसक संघर्ष। ईरान भी इस संघर्ष में शामिल हो चुका है। 7 अक्तूबर, 2023 को हमास के हमले के साथ शुरू हुई लड़ाई अब लेबनान, ईरान और पश्चिम एशिया के कई इलाकों तक फैल चुकी है। जानिए क्या हैं ताजा अपडेट
हिंसक संघर्ष की बरसी पर UN महासचिव की अपील, बंधकों को रिहा करे हमास
इस्राइल-हमास हिंसक संघर्ष के एक साल पूरे होने के मौके पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी संदेश जारी किया। उन्होंने एक्स पर जारी एक वीडियो में बंधक बनाए गए इस्राइली लोगों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की अपील की। उन्होंने कहा कि 7 अक्तूबर के हमले ने आत्माओं को झकझोर दिया है। इस दिन हम उन सभी लोगों को याद करते हैं, जिन्हें क्रूरतापूर्वक मार दिया गया और जिन्हें यौन हिंसा सहित अकल्पनीय हिंसा का सामना करना पड़ा। गुटेरेस ने संभी बंधकों की रिहाई के अलावा हमास से अपील की है कि रेड क्रॉस की अंतरराष्ट्रीय समिति को बंधकों से मिलने की अनुमति दें।
दक्षिण एशिया के हालात से आहत शख्स ने अमेरिका में आत्मदाह का प्रयास किया
फलस्तीन के अधिकारों का समर्थन करने वाले एक शख्स ने अमेरिका के वॉशिंगटन में विरोध प्रदर्शन के दौरान आत्मदाह का प्रयास किया। वॉशिंगटन पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक शख्स पेशे से पत्रकार है और खुद को पश्चिम एशिया से जुड़ी भ्रामक खबरें फैलाने का दोषी मानता है। 7 अक्तूबर, 2023 को हमास के हमले के एक साल पूरे होने और हिंसक संघर्ष में हजारों लोगों के मारे जाने के विरोध में फलस्तीनी लोगों के समर्थन में आयोजित इस रैली में करीब एक हजार लोग शामिल हुए।
मध्य गाजा के मस्जिद पर इस्राइली सेना का हमला, 18 फलस्तीनी मारे गए
रिपोर्ट्स के मुताबिक इस्राइली सेना ने बेरूत के दक्षिणी उपनगरीय क्षेत्र में एक बार फिर हमला किया है। अलजजीरा की रिपोर्ट के मुताबित बेरूत में इस हमले के बाद तेज धमाके की आवाज सुनी गई। लेबनान की राजधानी में आग की लपटें और धुएं का गुबार देखा गया है। इसके अलावा इस्राइली सेना ने मध्य गाजा के एक मस्जिद को भी निशाना बनाया है। इस हमले में 18 फलस्तीनी मारे गए हैं, जबकि दर्जनों लोगों के हताहत होने की आशंका है।
हमास और इस्राइल के टकराव से पनपा तनाव पश्चिम एशिया को लंबे समय से अशांत बनाए हुए है। सात अक्तूबर, 2023 को हमास के हमले के बाद शुरू हुआ दोनों पक्षों का हिंसक संघर्ष आज एक साल पूरा होने के बाद भी जारी है। हमास के हमले में 1200 से अधिक इस्राइली मारे गए, जबकि इस्राइली डिफेंस फोर्स (IDF) की जवाबी कार्रवाई में अब तक 41 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। गाजा पट्टी खास तौर पर प्रभावित रहा, जहां अभूतपूर्व मानवीय संकट के कारण लाखों लोगों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ा। हमास के साथ जारी लड़ाई के बाद इस्राइल को पश्चिम एशिया की दूसरी ताकतों से भी टकराना पड़ा।
एक साल के बाद भी हिंसक संघर्ष थमने के आसार नहीं
पश्चिम एशिया में ही इस्राइल को हूती विद्रोहियों के हमलों ने भी चौंकाया। इसके अलावा अब हमास बीते करीब एक हफ्ते से ईरान समर्थित हिजबुल्ला के लड़ाकों से जूझ रहा है। बीते एक हफ्ते के दौरान लेबनान में कई ठिकानों पर इस्राइली सेना ने ताबड़तोड़ हमले किए हैं। कई इस्राइली सैनिकों की मौत की खबर भी आई है। हिजबुल्ला कमांडर नसरल्ला और संगठन के कई शीर्ष नेताओं के मारे जाने के बाद संघर्ष और विकराल रूप धारण कर चुका है। ईरान और इस्राइल दोनों एक दूसरे के खिलाफ संघर्ष जारी रखने की कसमें खा रहे हैं। ऐसे में एक साल पूरे होने के बावजूद पश्चिम एशिया में शांति बहाल होने के आसार नहीं दिख रहे।