कोरबा। जिले में सर्पदंश से युवक की मौत हो गई। 22 साल का डिगेश्वर राठिया रात में बिस्तर पर सोया हुआ था, इस दौरान करैत सांप ने उसे डस लिया। युवक के साथ लोगों ने सांप को भी जिंदा जला दिया।
जानकारी के मुताबिक, घटना बैगामार गांव की है। मनसा राम राठिया के परिवार में पत्नी और दो बेटे थे। शनिवार की रात खाना खा कर सभी अपने अपने कमरे में सोने चले गए। 22 साल का बेटा डिगेश्वर राठिया भी अपने कमरे में सोने चला गया।
ग्रामीणों ने सांप को भी युवक की चिता के साथ जिंदा जला दिया।
मच्छरदानी से लिपटा हुआ दिखा सांप
युवक खाट में मच्छरदानी लगा कर सो रहा था। रात के वक्त मच्छरदानी के अंदर जहरीला करैत सांप घुस गया और पैर पर डस दिया। युवक ने बिस्तर से उठकर देखा तो मच्छरदानी में सांप लिपटा हुआ था। उसने उठकर इसकी सूचना परिजनों को दी।
अस्पताल में इलाज के दौरान मौत
परिजन युवक को जिला मेडिकल कॉलेज अस्पताल लेकर पहुंचे। रविवार की सुबह इलाज के दौरान युवक की मौत हो गई। मृतक के पिता मनसा राम ने बताया कि डिगेश्वर घर का बड़ा बेटा था और पढ़ाई करने के साथ खेती किसानी में साथ देता था।
सर्पदंश से युवक की मौत, अस्पताल में इलाज के दौरान तोड़ा दम।
सांप को भी मुक्तिधाम ले गए ग्रामीण
सर्पदंश के बाद ग्रामीणों ने सांप को पकड़ लिया था और उसे एक टोकरी में बंद कर रखा था। युवक के पोस्टमॉर्टम के बाद सभी जिला मेडिकल कॉलेज से गांव पहुंचे। इसके बाद युवक का अंतिम संस्कार करने की तैयारी की गई।
इसी दौरान सांप को टोकरी से निकाला गया और रस्सी से बांध दिया गया। रस्सी को डंडे के बांधकर सांप को भी ग्रामीण मुक्तिधाम ले गए। सांप को भी युवक की चिता के साथ जिंदा जला दिया गया।
किसी और को न काटे इसलिए जला दिया- ग्रामीण
वहीं जिला अस्पताल चौकी प्रभारी दाऊद कुजुर ने बताया कि मृतक के परिजनों का बयान दर्ज किया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें डर था कि जहरीला सांप किसी और को अपना शिकार ना बना ले। इसलिए उसे भी चिता के साथ जला दिया गया। घटना के बाद बेटे को खोने के कारण परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है।