नईदिल्ली : भारत के विकेटकीपर बल्लेबाज ईशान किशन का चयन इस महीने बांग्लादेश के खिलाफ होने वाली दो मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले मैच के लिए नहीं किया गया। लेकिन इस बल्लेबाज ने घरेलू टूर्नामेंट दलीप ट्रॉफी में दमदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। इंडिया सी के लिए खेलते हुए ईशान ने इंडिया बी के खिलाफ शतक जड़ा और टीम को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। इंडिया ने ईशान के 111 रन और बाबा इंद्रजीत के 78 रनों की पारी के दम पर पहले दिन का खेल समाप्त होने तक पहली पारी में पांच विकेट खोकर 357 रन बनाए हैं। दिन का खेल समाप्त होने तक ऋतुराज गायकवाड़ 46 और मानव सुथार आठ रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं।
इंडिया सी की अच्छी शुरुआत, मुकेश का गेंदबाजी में दमदार प्रदर्शन
इससे पहले, इंडिया बी ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का निर्णय लिया। इंडिया सी के कप्तान ऋतुराज गायकवाड़ चोट के कारण रिटायर हर्ट हो गए और मैदान से बाहर चले गए। इसके बाद साई सुदर्शन (43) और रजत पाटीदार (40) ने इंडिया सी को अच्छी शुरुआत दिलाई। इंडिया बी ने पाटीदार को आउट कर पहली सफलता प्राप्त की और इसके तुरंत बाद मुकेश कुमार ने सुदर्शन को चलता किया। हालांकि, ईशान और इंद्रजीत ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और तीसरे विकेट के लिए 189 रनों की साझेदारी कर डाली। ईशान ने इस दौरान अपना शतक पूरा किया और राष्ट्रीय टीम में वापसी का दावा ठोका, जबकि इंद्रजीत भी अर्धशतक लगाने में सफल रहे।
मुकेश कुमार ने ईशान को आउट किया, जबकि राहुल चाहर इंद्रजीत को आउट करने में सफल रहे। विकेटकीपर बल्लेबाज अभिषेक पोरेल कुछ खास नहीं कर सके और 12 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इसके बाद अंतिम सत्र में ऋतुराज दोबारा पवेलियन पर उतरे और उन्होंने अच्छी बल्लेबाजी कर इंडिया सी को मजबूत स्कोर तक पहुंचाया। इंडिया बी के लिए तेज गेंदबाज मुकेश कुमार ने प्रभावित किया जिन्होंने पहले दिन तीन विकेट झटके।
इंडिया ए बनाम इंडिया डी
दूसरी ओर, अनंतपुर में इंडिया ए और इंडिया डी के बीच खेले जा रहे एक अन्य मुकाबले में शम्स मुलानी और तनुष कोटियान चमके, जबकि इंडिया ए के कप्तान मयंक अग्रवाल पहली पारी में प्रभाव छोड़ने में विफल रहे। इंडिया ए ने पहले बल्लेबाजी करते हुए दिन का खेल समाप्त होने तक आठ विकेट पर 288 रन बनाए हैं। स्टंप के समय मुलानी 88 रन और खलील अहमद 15 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद थे। इंडिया डी के गेंदबाजों ने अच्छी गेंदबाजी करते हुए इंडिया ए के पांच विकेट 93 रन पर गिरा दिए थे, लेकिन मुलानी ने पहले कुमार कुशाग्र के साथ मिलकर टीम को संभाला, फिर कोटियान के साथ सातवें विकेट के लिए 91 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी की। इस दौरान मुलानी और कोटियान ने अर्धशतक जड़े और टीम को मुश्किल से निकाला। इंडिया डी के लिए हर्षित राणा, विदवत कावेरप्पा और अर्शदीप सिंह ने दो-दो विकेट अपने नाम किए।