नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह ने महेंद्र सिंह धोनी, विराट कोहली और रोहित शर्मा की कप्तानी को लेकर अपनी राय रखी है। उन्होंने बताया कि इन तीनों खिलाड़ियों ने किस तरह टीम पर प्रभाव छोड़ा और खिलाड़ियों को विकसित किया। बुमराह उन चुनिंदा खिलाड़ियों में शामिल हैं, जो तीनों कप्तान के नेतृत्व में खेले हैं। बुमराह धोनी की कप्तानी में डेब्यू किया और कोहली की कप्तानी में खुद को निखारा। इसके अलावा उन्हें रोहित के नेतृत्व में खुलकर खेलने की आजादी मिली। मालूम हो कि बुमराह रोहित की कप्तानी में मुंबई इंडियंस में भी खेल चुके हैं।
रोहित को लेकर क्या बोले बुमराह?
बुमराह ने खिलाड़ियों के साथ भावनात्मक स्तर पर जुड़ने, उनकी चुनौतियों को समझने और प्रतिक्रिया के लिए स्वतंत्र रहने के लिए रोहित की प्रशंसा की। रोहित की कप्तानी को लेकर बुमराह ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए साक्षात्कार में कहा, रोहित उन चुनिंदा कप्तानों में हैं जो बल्लेबाज होने के बावजूद गेंदबाजों के प्रति सहानुभूति रखते हैं। रोहित कठोर नहीं हैं, वह प्रतिक्रिया के लिए तैयार हैं।
बुमराह ने धोनी के साथ अपने अनुभव साझा किए
बुमराह ने धोनी की कप्तानी में अपने अनुभव भी साझा किए, जिन्होंने भारत को 2011 विश्व कप सहित कई यादगार जीत दिलाई। बुमराह ने कहा, धोनी ने मुझे तुरंत काफी सुरक्षा दे दी। उन्हें अपनी प्रवृत्ति पर बहुत भरोसा है और वह जरूरत से ज्यादा योजना बनाने में विश्वास नहीं रखते हैं। इस विश्वास और सहज ज्ञान से प्रेरित दृष्टिकोण ने उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्टता हासिल करने के लिए आवश्यक आत्मविश्वास प्रदान किया।
‘कोहली कप्तान नहीं, फिर भी लीडर हैं’
बुमराह ने टीम के फिटनेस मानकों को बदलने और कप्तान के रूप में जिम्मेदारी छोड़ने के बाद भी अपनी नेतृत्व उपस्थिति बनाए रखने का श्रेय कोहली को दिया। बुमराह ने कहा, विराट ऊर्जा से भरे हुए थे, जुनूनी थे और आक्रमक रहते थे। कोहली अब कप्तान नहीं हैं, लेकिन अभी भी लीडर बने हुए हैं। कप्तानी एक पद है, लेकिन टीम 11 लोगों से चलती है।
‘गेंदबाजों में नेतृत्व करने की क्षमता’
बुमराह भी भारतीय टेस्ट और टी20 टीम की कप्तानी कर चुके हैं और उन्होंने यह विश्वास व्यक्त किया कि गेंदबाजों में नेतृत्व करने की अद्वितीय क्षमता होती है। बुमराह ने अपने कप्तानी को लेकर कहा, ‘मुझे लगता है कि गेंदबाज स्मार्ट होते हैं क्योंकि वह बल्लेबाजों को आउट करते हैं। जब हम मैच हारते हैं तो आमतौर पर बल्लेबाजों को ही दोष दिया जाता है। इसलिए यह कठिन कार्य है।’ बुमराह ने कपिल देव, इमरान खान, वसीम अकरम और वकार युनिस जैसे कप्तानों का उदाहरण दिया जो गेंदबाज भी थे। बुमराह ने कहा, कपिल देव ने हमें विश्व कप दिलाया। इमरान खान ने पाकिस्तान के लिए विश्व कप जीता। इसलिए गेंदबाज स्मार्ट होते हैं।